देश की राजधानी दिल्ली में LG के आदेश के बाद अतिक्रमण को हटाने की मुहिम तेज़ होती जा रही है । इसी कड़ी में रोहिणी सब डिवीजन में SDM ने मंगोल पूरी की करीब 3 दशक से ज्यादा पुरानी और मशहूर कतरन मार्किट पर बोल्डोजर चलवा कर वहां के अतिक्रमण को हटाने का काम शुरू कर दिया है ।
दिल्ली के मंगोल पूरी इलाके में बनी मशहूर कतरन मार्किट पूरे दिल्ली में अपने कपड़ों के लिए फेमस है। और यहां हमेशा ही भीड़भाड़ रहता है। जिसकी वजह से स्थानीय लोगो को खासी परेशानियां होती है चूंकि यहां ज्यादातर दुकानें अवैध रूप से सरकारी जगह (सड़क किनारे) पर कब्जा कर बनाई हुई है और यहां दुकानदार दोनों तरफ से फुटपाथ ओर सड़क को दोनों तरफ से अपना सामान और बोर्ड आदि सड़क पर रखकर इलाके की इस मुख्य सड़क को बहुत ही संकरा बना रख है जिसकी वजह से यहां से गाड़ी लेकर निकलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है । लेकिन आज यहां SDM रोहिणी के द्वारा दिल्ली के LG के आदेश और यहां से मिली जान शिकायतों के बाद दिल्ली से अतिक्रमण हटाओ ट्रैफिक जाम से मुक्ति पाओ के तहत सड़क पर अवैध रूप से बनी इन दुकानों को हटाया जा रहा है । गौरतलब है कि रोहिणी सब डिवीजन समेत पूरी दिल्ली में प्रशासन की तरफ से दिल्ली के लोगो को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए सड़कों पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है । जिसके बाद sdm रोहिणी संतोष कुमार राय पिछले कई दिनों से लगातार अपने इलाके में अतिक्रमण को हटाने के लिए दिन रात लगे हुए हैं और उनके साथ में तमाम सरकारी एजंसियां जैसे पुलिस, सिविल डिफेन्स, MCD, DDA, PWD, आदि भी इसमें सहयोग कर रही है। SDM रोहिणी ने बताया कि इलाके में जगह जगह अवैध निर्माण व अतिक्रमण को हटाने को लेकर स्थानीय लोगो के बीच कार्यवाही से पहले कई जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं जिनमे नुक्कड़ नाटक, आलाउसमेन्ट, बैनर होर्डिंग आदि शामिल हैं । और साथ ही प्रशासन की तरफ से लोगो को अपील की जा रही है कि वे सरकार की इस मुहिम में सहयोग करें।
दिल्ली में जगह जगह प्रशासन द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम से जहां दिल्लीवासियों को ट्रैफिक समस्या से कुछ राहत मिलने की उम्मीद तो है लेकिन वहीं इसकी दूसरी तरफ लोग ऐसी सरकार की कार्यवाही को अपनी रोजीरोटी पर गाज़ गिरने जैसी स्थिति बता कर प्रशासन को कोस रहे हैं। अकेले कतरन मार्किट में ही 500 से ज्यादा दुकानें हैं जिनपर करीब 2000 हज़ार के आसपास लोग काम करते हैं और अपनी रोज़ी रोटी कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं । ऐसे में ये लोग सरकार से अपने रोज़गार के इंतजाम के लिए अपने काम धंधे को लेकर अस्थाई तौर पर ही सही थोड़ी थोड़ी जगह की मांग कर रहे हैं । साथ ही ये लोग नेताओ को भी जमकर कोसा रहे हैं जो चुनाव के समय वोट मांगते हैं और बड़े बड़े वादे कर इन्हें पक्की दुकाने देने की बात करते हैं ।
वहीं जब इनके रोज़गार को लेकर जब हमने SDM से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि प्रशासन लोगो के रोज़गार के खिलाफ कतई नही है, लेकिन इस तरह का अतिक्रमण और सरकारी जमीन और सड़कों पर अवैध कब्जा भी बर्दाश्त नही किया जा सकता। और जहां तक इनकी रोजी रोटी की बात है तो ये लोग सड़क से बिल्कुल पिछले बिना यातायात को बाधित करे अस्थाई तौर पर कम से कम जगह में अपना काम कर सकते हैं, लेकिन सड़को पर समान आदि न रखें। और सरकार की इस मुहिम में अपने भले के लिए ही सहयोग करें । और अगर आगे भी कोई दोबारा कोई अवेध कब्जा या अतिक्रमण करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा ।
बरहाल इससे से प्रभावित होने वाले लोग नेताओ और सरकार को जमकर कोस रहे हैं । वहीं प्रशासन की ये मुहिम कितनी कारगर साबित होगी और दिल्ली के लोगो को ट्रैफिक जाम की समस्या से कितनी राहत मिल पायेगी ये तो आने वाला समय ही बताएगा ।
प्रभाकर राणा