[bs-embed url=”https://youtu.be/rIwQ863YHrI”]https://youtu.be/rIwQ863YHrI[/bs-embed]
गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन पर जहां पर कुछ बच्चे रेलवे के प्लेटफार्म और सीढ़ियों पर बैठे हुए हैं । यह बच्चे यात्री नहीं है । इन्हें कहीं जाना भी नहीं है और ना ही ये कहीं से आए हैं। तो फिर यह बच्चे बैठे हैं तो क्यों बैठे हैं ? अगर आप गौर से देखेंगे तो आपको दिखेगा कि यह बच्चे यहां पर बैठकर अपनी मुट्ठी में एक रुमाल रख कर कुछ सूंघ रहे हैं । अब आप अंदाजा लगा सकते है कि नन्हे-मुन्ने बच्चों की मुट्ठी में आप क्या से क्या आ गया है। क्या यह एक बढ़ता हुआ भारत है ?आप देख सकते हैं कि यह बच्चे कितनी बेपरवाह होकर नशा कर रहे हैं । जिनकी उम्र महाल 10 वर्ष तक भी नहीं होगी और यह अभी से नशे की लत में पढ़ चुके हैं । यहां से जीआरपी यानी रेलवे पुलिस थाने की दूरी 200 मीटर है और यह बच्चे यहां पर रेलवे स्टेशन की सीढ़ियों पर नशा करते हैं । वाकई हमारे लिए और हमारे देश के लिए यह एक कड़वा और शर्मनाक सच है। जिसे अब बदलने की जरूरत है।बहरहाल आज हमने आपको गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन कि वह तस्वीर दिखाई जो लगभग उत्तर प्रदेश के किसी भी बड़े स्टेशन पर आराम से देखा जा सकता है लेकिन उसकी ओर सरकार को कड़े कदम क्यों नहीं उठा रही है । हमें जरूरत है कि हम सब मिलकर इस तरह की गतिविधियों से बच्चों को बचाएं ताकि आगे जाकर हमारा देश पूरी तरह से आगे बढ़ें।