[bs-embed url=”https://youtu.be/ICubI0Z0cJA”]https://youtu.be/ICubI0Z0cJA[/bs-embed]
NCERT बनाम प्राइवेट बुक पब्लिशर्स के मुद्दे पर सवाल जवाब। सरकार अब प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबों को हटाकर सभी स्कूलों में केवल एनसीआरटी कि किताबों को कम्पलसरी करने जा रही है ,लेकिन सवाल ये हैं कि क्या एनसीआरटी इतनी किताबों की पूर्ति कर पाएगा ? क्या NCERT बच्चों को सब्जेक्ट कि ब्रीफ नॉलेज दे पाएगा। NCERT की बुक्स कंपल्सरी कर दी जाएगी तो जो लाखो लोग है पब्लिशिंग इंडस्ट्री के उनकी बेरोज़गारी बढ़ती जाएगी। प्राइवेट पब्लिशर्स को भी उतना ही मौका मिलना चाहिए स्कूल में जितना NCERT की बुक्स को मिलता हैं। NCERTको अपनी किताबे स्कूल मैं सैंपल भेजने चाहिए स्कूल में फिर स्कूल यह तय करेगा की कोनसी बुक लगानी चाहिए पर कसी प्रकार का दबाव नहीं होना चाहिए सर्कुलर के जरिए। किताब की कीमत का कोई प्रभाव नहीं है सरकार की मंशा है कि हर बच्चा एक ही किताब पढ़े।दिनेश गोयल जी का कहना है की जो पढ़ने वाला बच्चा है उसे हर सब्जेक्ट की दो से तीन बुक चाहिए क्योंकि कई बुक में टॉपिक क्लियर नहीं हो पाते।