[bs-embed url=”https://youtu.be/c7edEVtxWF8″]https://youtu.be/c7edEVtxWF8[/bs-embed]
राजधानी दिल्ली में नवरात्र के दौरान रामलीलाओं का मंचन सबसे विशेष आकर्षण होता है। पश्चिम विहार रामलीला कमेटी के द्वारा रामलीला का भव्य आयोजन किया गया है। ये मंचन और यूं कहें की ये पूरा आयोजन ही कई मायनों में दूसरी सभी रामलीलाओं से अलग हैं। भव्य राधा कृष्ण मंदिर से सटे पश्चिम विहार क्षेत्र मे विगत तीस वर्षों से चली आ रही इस कमेटी के सदस्य और कलाकार एक परिवार की तरह सफलतापूर्वक तीन दशकों से भव्य रामलीला का आयोजन करते आ रहे हैं। जहाँ एक तरफ दिल्ली के लगभग सभी रामलीलाओं को व्यवसायीकरण होता देखा जा रहा है , वहीँ पश्चिम विहार की इस रामलीला में न तो स्टॉल्स लगाकर पैसे कमाये जा रहे हैं और न ही मेले और झूलों का ताम झाम। यहाँ उद्देश्य केवल और केवल भव्य रामलीला का मंचन ही है। यहाँ आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत भी विशेष रूप से किया जाता है , और मंच से कमेटी के पदाधिकारी लोगों को सम्बोधित भी करते हैं। लेकिन सबसे खास बात ये की यहाँ स्वागत की कड़ी ज्यादा आगे नहीं बढ़ती और सम्बोधन उन्मोदन में ज्यादा समय नष्ट नहीं किया जाता। बिना विघ्न डाले केवल रामलीला का मंचन ही लगातार चलता रहता है, जिसका हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शक आनंद उठाते हैं। बिना व्यवसाय और बिना सेलेब्रिटी या स्टार कास्ट के परस्पर सहयोग और श्रद्धा से संचालित ऐसी रामलीला कमेटियों की वजह से ही रामायण का पवित्र सन्देश जन जन तक पहुँचता है और सभी वर्ग के लोग इसे देखते और समझते हैं। ये हजारों की भीड़ भी इसी बात को प्रमाणित करते हैं की रामलीला के मंचन में अगर सच्ची श्रद्धा हो तो आयोजन खुद बी खुद सफल और विशाल हो जाता है।