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नरेला -अभिजीत ठाकुर
दिल्ली में जहाँ एक ओर प्रदूषण और कूड़े के डम्पिंग साइट्स की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही , वहीँ दिल्ली देहात के क्षेत्र में अस्थाई डम्पिंग साइट बना कर कूड़ा डालने की सरकार की कोशिश लगातार जारी है। नरेला क्षेत्र के खामपुर में एपीएमसी की जमीन पर कूड़ा डालने की शुरुआत हुई तो सैंकड़ों गांव वासियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। एपीएमसी की जमीन पर डम्पिंग साइट बनाने के विरोध में एक महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि , नेता , सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने हिस्सेदारी दिखाई ,और एकजुट होकर खत्ते के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व स्थानीय नेता सिद्धार्थ कुंडू कर रहे हैं , जिन्हे आस पास के सभी गाँवों से व्यापक समर्थन मिल रहा है।आस पास के गांव वासियों का भी कहना है कि अभी महज कुछ सौ ट्रक कूड़ा डाला गया है लेकिन इसकी दुर्गन्ध और धुआँ उनके घरों तक पहुंचना शुरू हो गया है, अगर इसे रोका नहीं गया तो आने वाले समय में हालात बदतर होते जायेंगे। बहरहाल इस साईट पर एपीएमसी का कूड़ा ही डाला जा रहा है और दिल्ली सरकार की तरफ से आम आदमी पार्टी के मनोनीत निगम पार्षद ने भी इसका विरोध करते हुए आश्वासन दिया है कि वो इस खत्ते को रुकवा कर रहेंगे। दिल्ली के तीन प्रमुख डंपिंग साइट को स्थानान्त्रित कर जहाँ भी कूड़ा डालने का प्रयास किया जाता है , स्थानीय लोग उसका पुरजोर विरोध कर डंपिंग साइट को बंद करवा देते हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी की इस समस्या का क्या समाधान निकलता है। बहरहाल नरेला क्षेत्र के दर्जन भर गाँवों से लोग एक जुट हो कर खामपुर के डम्पिंग साइट का विरोध कर रहे हैं , और उनका कहना है की ये विरोध प्रदर्शन खत्ते के रुकने तक जारी रहेगा।