फरीदाबाद—-दिखाई दे रहाये नजारा बल्लबगढ़ के राजा नाहर सिंह महल का है, जहां जिले के किसान सरकार के खिलाफ अपनी अगली रणनीति के बारे में चर्चा कर रहे है| दरअसल वर्ष 2008 में कांग्रेस सरकार में बल्लबगढ़ में आईएमटी विकसित करने के लिए पांच गांवों की जमीन का अधिग्रण हुआ था, जिसमें सरकार ने किसानों से उन्हें जमीनों का मुआवजा देने के अलावा एक परिवार को नौकरी तथा एक किसान को रिहाइशी प्लाट देने का वादा किया था, लेकिन सरकार ने मुआवजा तो दिया, पर नौकरी नहीं | बाद में किसानों ने मुआवजा बढ़ाने की मांग की तो सरकार ने बढ़ा हुआ मुआवजा देने का वायदा तो कर लिया, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद भी मुआवजा नहीं दिया| किसान संघर्ष समिति के किसानों की मानें तो इस तरह की मांगों को लेकर वो अनिश्चितकालीन धरने पर जाएंगे हैं|