गाजियाबाद – जहाँ एक ओर केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार बच्चों को उच्च शिक्षा देने की बात कहती है वहीं गाजियबाद के प्रमुख चौराहों पर आपको यह बचपन गाड़ियों की सफाई करता भीख मांगता गंदे कपड़ों में सामान बेचता हुआ नजर आ जाएगा यह बच्चे कहां से आते हैं और यह है कौन , इसकी जानकारी शायद किसी को नहीं है मगर रोजाना सुबह होते ही एक नौकरी पेशा की तरह यह बच्चे निकल लेते हैं अपने काम मसलन गाड़ियों की सफाई भीख मांगना और सामान बेचना इन बच्चों के आसपास कई बड़े लोग भी होते हैं जिनमें महिलाएं भी होती हैं शायद यह महिलाएं और बड़े व्यक्ति इन बच्चों के साथ ही होते हैं और इस बात में भी कोई आशंका नहीं शायद इन्ही के द्वारा इन बच्चों से इस तरह का काम करवाया जा रहा हो लेकिन जिस तरह बचपन सड़कों पर नजर आता है उससे ही बात तो साफ हो जाती है कि बेशक केंद्र और प्रदेश सरकार बच्चों की उच्च शिक्षा की बात करती हैं मगर उनके अधिकारीगण इस और कुछ ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके चलते ही इस तरह बच्चे आपको किसी भी शहर के किसी भी प्रमुख चौराहे पर मिल जाएंगे। वहीं जब इस पूरे मामले में गाजियाबाद की जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि समय समय पर हमारे द्वारा अभियान चलाकर इस तरह के बच्चों को रेस्क्यू किया जाता है और उन्हें एनजीओ के हवाले कर दिया जाता है जहां उनकी पूरी देखरेख की जाती है।
भीख मांगता बचपन, Children’s Begging on Traffic Signals
RELATED ARTICLES