दिल्ली – एक बार फिर दिल्ली के रिहायशी इलाकों में चल रहे अवैध व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सील करने का कार्य शुरू हो गया है, दुकानदार रोजगार खोने के डर से विरोध पर उतारू हैं और हमेशा की तरह इस पर राजनीति शुरू हो चुकी है. और दुकानदारों को ये समझ नहीं आ रहा की वो इस मामले से कैसे निपटे साथ ही उनकी परेशानी इस बात को देखते हुए ओर बढ़ जाती है की दुकान पर सील लगने के बाद वो लोग क्या करेंगे और अपने घर का खर्च कैसे चलाएँगें परेशानी केवल दुकान के मालिकों को ही नहीं बल्की दुकान पर काम कर रहे कर्मचारियों को भी हो रही है वो लोग परेशान हैं की कल कल तक तो उनके पास रोज़गार था जिससे वो अपने परिवार का लालन पालन कर रहे थे लेकिन आज एक पल में वो लोग बेरोज़गार हो गए हैं जिसका सीधा असर उनकी जीविका पर पडेगा ।इसी कडी में दिल्ली के मॉडल टॉउन थर्ड में भी सीलिंग की प्रक्रिया को अंजाम दिया गाया है इस दौरान मॉडल टॉउन की करीब चार-पांच बिल्डिंग पर सील की प्रक्रिया को अंजाम दिया गाया जिससे मार्केट के लोंगों में खासी नाराज़गी देखी गई है उनका कहना है की ये सीलिंग बिना किसी नोटिस के और समय दिये बिना की गई है साथ ही इस सीलिंग में एक बडी लापरवाही भी सामने आई है वो ये की सीलिंग के दौरान दुकान के अंदर लोगों की मौजुदगी के बाद भी दुकान को सील किया गया जिससे लोगों को काभी परेशानी का सामना करना पडा साथ एक युनिसेक्स सेलोंन में उस वक्त सील लगाई गई जब इस पार्लर में कुछ महिलाएं काम करा रहीं थी और उनहें उसी वक्त पार्लर से निकने को कहा गया जिससे वहां मौजुद महिलाओं को काफी दिक्कत हुई उनहें समझ नहीं आ रहा था की वो आखिर करें तो करें क्या हालांकि अभी कार्रवाई रिहायशी इलाकों में कंवर्जन चार्ज दिए बिना चल रही व्यवसायिक दुकानों पर ही हो रही है लेकिन अन्य अवैध निर्माणों के विरूद्ध भी संज्ञान में लिए जाने के संकेत हैं.हालात और मामला कुछ भी हो लेकिन लोगों के रोज़गार जाने से स्थानीय लोंगों में खासा रोश है उनकी मांग है की सुप्रिम कोर्ट इस पर कुछ मौहलत या छुट दे जिससे वो अपने भविष्य के लिये कुछ सोच सकें
दिल्ली : मॉडल टाउन III और प्रशांत विहार में हुई सीलिंग से लोगों में आक्रोश
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