दिल्ली-मनी लॉन्ड्रिंग में फंसे किंगफिशर के मालिक और भगोड़ा घोषित विजय माल्या को लंदन के हाईकोर्ट ने साप्ताहिक खर्च सीमा को 5,000 पौंड (4.5 लाख रुपये) से बढ़ाकर 18,325 पौंड (करीब 16 लाख रुपये) कर दिया है। माल्या की मुश्किल कम होने का नाम ही ले रही है, क्योंकि उनकी संपत्तियों को फ्रीज करने का आदेश बरकरार है। ऐसे में माल्या को अपने खर्च जुटाना भारी पढ़ रहा है।टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार उनका एक हफ्ते का यह भत्ता ब्रिटेन के किसी स्कूल को पास करके हाल में निकले युवक की नौकरी के औसत सालाना वेतन के बराबर है।जानकारों का कहना है कि माल्या का लाइफस्टाइल काफी लग्जरी है, इसलिए अचानक उन्हें बेहद गरीबी में जीवन गुजारने को नहीं कहा जा सकता। इसके अलावा उन्हें मुकदमे पर भी अच्छी रकम खर्च करनी है। 62 साल के माल्या ने अपनी वैश्विक संपत्तियों को फ्रीज करने के आदेश के खिलाफ आवेदन किया है।इस मामले में लंदन हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 16 और 17 अप्रैल को होगी। बेंगलुरू के डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) ने बैंकों के आवेदन पर यह आदेश दिया था। 13 भारतीय बैंकों ने आवेदन किया था कि माल्या ने उनका 9,853 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाया है।माल्या की संपत्ति करीब 10,210 करोड़ रुपये की है. इसके अलावा बैंकों को माल्या से जुड़ी दो अन्य कंपनियों रोज कैपिटल वेंचस लिमिटेड और ऑरेंज इंडिया होल्डिंग एसएआरएल के एसेट भी फ्रीज करने का आदेश मिल गया है। ऑरेंज इंडिया माल्या के फोर्स इंडिया फॉर्मूला वन टीम की स्वामी है। दरअसल भारत में धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे माल्या इस समय ब्रिटेन में जमानत में हैं. वह मार्च 2016 में भारत से भागकर ब्रिटेन गए थे।
माल्या की घर वापसी पर गहराया संकट, लंदन के हाईकोर्ट ने बढ़ाई मुश्किलें
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