मनोरंजन- फिल्म की कहानी न्यू यॉर्क में आयोजित हो रहे आइफा फेस्टिवल से जुड़ी है। इस फेस्टिवल का आयोजन कराने वाली कंपनी के मालिक गैरी (बोमन ईरानी) अपनी सहायक सोफी (लारा दत्ता) के साथ इस फेस्टिवल की तैयारियों में लगे हैं। गैरी लंबे अर्से से अपनी असिस्टेंट सोफी को कम्पनी में पार्टनर बनाने का झांसा देते आ रहे हैं, लेकिन पार्टनर बना नहीं रहे हैं। लंबे अर्से से अपने बॉस की बातों का ऐतबार कर रही सोफी को लगने लगा है कि बॉस उसके साथ धोखा कर रहे हैं सो वह न्यू यॉर्क में होनेवाले अवॉर्ड फंक्शन को फ्लॉप और कंपनी के नाम को खराब करने की प्लानिंग करती है। अपनी इस प्लानिंग के मुताबिक, लारा फंक्शन में परफार्मेंस के लिए ऐसे टैलंट का सिलेक्शन करती है जो सबसे बुरे यानी फिसड्डी होते हैं। यानी इन्हें स्टेज पर परफॉर्मेंस करने की एबीसी तक नहीं आती। तेजी (दिलजीत दोसांझ) एक रिकवरी एजेंट है, वहीं जीनत पटेल यानी सोनाक्षी सिन्हा एक फैशन डिजाइनर। वैसे, जीनत का सपना बॉलिवुड में अपनी पहचान बनाने का है, लेकिन ऐक्टिंग में जीनत जीरो ही है। वहीं इस फंक्शन की एंकरिंग करने वाले करण जौहर को उनका कट्टर विरोधी अर्जुन (जुड़वां रोल में करण) किडनैप करने की प्लानिंग बनाए बैठा है। अब देखना यह है ऐसे हालात में यह फंक्शन कैसे हो पाता है। फिल्म में स्टार्स का मेला लगा हुआ है। दिलजीत ने अपने किरदार में अच्छी ऐक्टिंग की है। आम तौर पर खामोश नजर आनेवाले दिलजीत अपने किरदार में खूब जमे हैं। वहीं जीनत पटेल के रोल में सोनाक्षी सिन्हा बस ठीक-ठाक रहीं तो करण जौहर और रितेश देशमुख जब भी स्क्रीन पर नजर आए हॉल में हंसी के ठहाके गूंजे। यंग डायरेक्टर चाकरी तोलेटी ने कहानी को ट्रैक पर रखने की अच्छी कोशिश की है। फिल्म में ज्यादातर वही स्टार्स है जो कभी न कभी आइफा फंक्शन में परफॉर्म कर चुके हैं।
अगर आप दिलजीत दोसांझ के फैन हैं तो अपने चहेते स्टार, सिंगर को अलग अंदाज में देखने के लिए यह फिल्म देखें। स्क्रीन पर बॉलिवुड के कई नामचीन स्टार्स को एकसाथ देखने का मौका भी आपको इस फिल्म में मिलेगा। फिल्म का जॉनर कॉमिडी है, लेकिन हंसने का मौका कम ही मिल पाता है। फिल्म के संगीत में इतना दमखम नहीं जो म्यूजिक लवर्स को अपनी धुनों पर थिरकाने का काम कर सके। अब देखना ये होगा की दर्शको के दिल को ये फिल्म कितना छूती है।