राजनीति – मोदी क्या चीज़ इसका अंदाजा लगाया जाए तो पिछले 22 सालों से गुजरात में नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प तैयार नहीं हुआ है. पिछले चार साल से मोदी केंद्र में हैं. इसके बावजूद राजनीति की नब्ज को मोदी से बेहतर कोई नहीं समझ सकता, इस बात की तस्दीक इस चुनाव ने भी कर दिया है.
पिछले दो दशक से गुजरात में पीएम मोदी के सामने कोई दूसरा चेहरा उभर कर सामने नहीं आया. इस दौरान पीएम मोदी ने गुजरात में अकेले दम पर गोवर्धन पर्वत संभाल रखा है। और अब पूरे देश का भी.. एक के बाद मोदी ने देश में कई बड़े राजनैतिक दलों की लंकाये जला कर यह साबित किया है कि मोदि से बेहतर कुछ नहीं।
वर्तमान में चल रहें नार्थ-ईस्ट के चुनावो में एक ओर जहां त्रिपुरा में अभी तक आए रुझानों में बीजेपी गठबंधन का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। बीजेपी गठबंधन- 37, लेफ्ट- 22 सीटों पर आगे चल रही है. अगर नतीजे रुझानों के अनुसार ही आते हैं तो राज्य में पहली बार बीजेपी की सरकार बनेगी। 2013 में यहां हुऐ विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी वहीं दुसरी नगालैंड में 59 सीटों में तरफ आए रुझानों में बीजेपी गठबंधन अपने दम पर सरकार बनाती दिख रही है पर मेघालय के चुनावी रण में पार्टी पिछे नज़र आ रही है। पुर्वोतर राज्यो में कड़ी सुरक्षा के बीच मत गणना हो रही है व 3 में से 2 में बी.जो.पी सरकार बनाती नज़र आ रही है। यहां पर पार्टी ने भारतीय बनाम बांग्लादेशी के मुद्द को अपनी हथीयार बनाया और बाजी मार ली इसे पता चलता है बांग्लादेशी प्रवाशीयो का मुद्दा कितना गरमा गया है।
मोदी फेक्टर की जो शुरूआत 2014 से हुई थी। आज आलम यह है कि 21राज्यो में BJP की सरकार बन चुकी है और किसी भी राजनैतिक दल के बसके बात नहीं इन्हें रोक पाना। लेकिन वोट BJP को है या मोदी को यह बात भी देखनें वाली है। कही न कही भारत मेंBJP एक नयें प्रकार की राजनीति ले कर आई है जो कि है, हिंदुत्व की राजनीति व यह वह वोट बैंक है जो BJP को भी पता है उसके खाते से हिलने वाला नही है। जिसे हिलाने के लिए राहुल गांधी मंदिर मंदिर घूम रहे है लेकिन असर कुछ खास नज़र नहीं आ रहा।
BJP के लिए सबसे बड़े प्रचारक वह जो हर सेशल साईट पर BJP फ्री में प्रचार करनो में लगो रहते है। और उनकी कही हर बात पर लोगों के मनाने का प्रयास करते है। यह कह लो की मोदी के पास इस समय विश्व की सबसे बड़ी वेब आर्मी है जो उसके लिए प्रचार में लगी हुई है। और इंटरनेट का सबसे बड़ा युज़र युवा वर्ग है। साथ ही देश का सबसे बड़ वर्ग भी, जिसके दम पर बी.जो.पी चुनावी रण में कई अभेद्य किलो को भोदने में कामयब रही है। मोदी फेक्टर में ऐसा क्या है कि विजय रथ पर ही सवार रहता है। इसमें एक काम तो प्रधानमंत्री की प्रभाव शाली छवी का है। जो यह पुछनें पर मजबुर करती है कि क्या लोगों को अभी भी बी.जो.पी में विश्वास है,? क्या वह लोगों को वह दें पा रही है जिसके लिए उनहें लाया गया था.? जवाब का पता नही।