राजनीति – कर्नाटक चुनाव में अब अधिक समय नहीं हैं। कर्नाटक में चुनाव 12 मई 2018 से 15 मई 2018 तक होगें। भारत निर्वाचन आयोग ने घोषणा की हैं की यह चुनाव सिंगल फेज़ चुनाव होगें। कर्नाटक में जीत के लिए कांग्रेस और बीजेपी की सरकार एक के बाद एक रैलियां कर चुनाव प्रचार कर रही हैं। इस रैली में दोनों पार्टी के सहयोगी नेता दिखाई दिए।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहाँ “कांग्रेस नंबर 1 पार्टी के रूप में उभरेगी।“ वही दूसरी ओर संजय राउत ने उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तीखी आलोचना करते हुए कहा “योगी ने गंभीरता से अपने फर्ज़ को लिया हैं, यह सबको दिख रहा हैं। एक तरफ उनका अपना राज्य धूल भरी आँधी का कहर झेल रहा हैं, वही दूसरी ओर सीएम कर्नाटक में चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं।“ यहीं नहीं उन्होनें बीजेपी के चुनाव प्रचार पर सवाल उठाते हुए पूछा “क्या बीजेपी क्रेंदीय नेतृत्व को प्रदेश के अपने ही लोगों पर भरोसा नहीं हैं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दर्जनों चुनावी रैलियों को संबोधित करने की क्या जरूरत हैं, जबकि दिल्ली में शासन के लिए उनकी ज़रूरत हैं।
किसकी होगी जीत ?
कर्नाटक में जीत के लिए सभी पार्टी पूरी ताकत लगा रही है जिसमें बीजेपी पार्टी ने बेल्लारी के दागी आयरन माफिया के करीबियों को 8 टिकटों से नवाज़ा और कांग्रेस पार्टी ने भी माइनिंग माफिया से जुड़े लोगों को टिकट दिए है|बेल्लारी भाईयों की बेल्लारी के आस पास के तीन जिलों में खासी पकड़ ऩजर आती हैं और बहुत आसार हैं की इन जिलों की 22 सीटों का बड़ा हिस्सा बीजेपी की झोली में ही जाऐ| इस चुनाव में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व मुख्यमंत्री सिघ्दारारयाह कर रहे हैं तथा बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुख्पा हैं|
कर्नाटक चुनाव में राहुल गांधी को कड़ा मुकाबला देते दिखेगें अमित शाह यहीं नहीं कर्नाटक चुनाव अमित शाह के संगठनात्मक कौशल का भी परीक्षण करेगें| यह कहना गलत नहीं होगा की दोनों ही पार्टी के लिए कर्नाटक चुनाव में जीत आसान नहीं होगी और हार सहन नहीं होगी|
इस चुनाव में नया मोड़ तब आया जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिध्दारमैया ने बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, कर्नाटक चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुख्पा समीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मानहानि का मुकदमा किया| सूत्रो की माने तो यह मुकदमा कर्नाटक के गडक में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि “सिध्दारमैया सरकार भ्रष्टाचार का पर्याय है” इन्हीं चुनावी भाषणों के दौरान कांग्रेस सरकार पर लगाए गए आरोपों के लिए मुख्यमंत्री सिध्दारमैया ने बिना शर्त माफी मांगने को कहा नहीं तो 100 करोड रूपय के मानहानि मामले का सामना करना पड सकता है|