यह चाय का खोखा गाजियाबाद इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने है । यह रामू है जो दिन भर चाय बनाकर अपने परिवार का पेट पालता है लेकिन इसकी जिंदगी अब बदल चुकी है लोग अब यहां चाय पीने आते हैं और साथ ही जिज्ञासा से चाय बनाने का तरीका देखते हैं क्योंकि रामू चाय के लिए ना तो LPG का इस्तेमाल करता है और ना पीएनजी गैस का । रामू पास में से भरे नाले से निकलने वाली मीथेन गैस से चाय बनाता है हम समझाते हैं आपको सारा सिस्टम यह बराबर में से जो नाला बह रहा है इसमें से ड्रम रखे गए हैं । प्लास्टिक के और वह अपनी जगह से नहीं लें इस वजह से उनको लोहे से कवर कर दिया गया है इसके बाद जो मीथेन गैस निकलती है उन सब उस गैस को छह पाइप से एक जगह लाया जाता है उसके बाद वह एक पाइप रामू के चूल्हे में आता है जिसके बाद वहां से चाय बनाई जाती है ऐसे चाय बनाने से रामू का ईंधन का खर्चा खत्म हो गया है और उसका कहना है इससे उसे मुनाफा है