महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में डिप्थेरिया से हुयी बच्चों की मौत का मुद्दा मीडिया में उठने के बाद एनडीएमसी के सदन में भी इसकी गूंज सूनने और देखने को मिली जहां मेयर आदेश गुप्ता और निगम की बीजेपी सरकार के पास के इसका कोई जवाब देते नहीं बन रहा था इस मुद्दे के अलावा सदन में भारत नगर के सावन पार्क इलाके में गिरी 4 मंजिला इमारत का भी मुद्दा गर्म रहा जिसके चलते मेयर साहब ने कुर्सी छोड़ कर सावन पार्क का रुख करना बेहतर समझा इस पर विपक्ष ने सत्ता धारी बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की जब हास्पिटल में इंजेक्शन की कमी थी तो उसे वक्त रहते पूरा क्यों नहीं किया गया। और इस मामले में जांच के नाम पर खानापूर्ती हो रही है ।
यहां तक की विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया है की इस मुद्दे की जांच खुद हेल्थ कमिश्नर कर रहें हैं तो वो अपने ही विभाग की कमी कैसे बाहर आने देंगें … विपक्ष ने महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में डिप्थीसिया से हुयी बच्चों की मौत के लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहरया और इस पर तुरंत कड़ी से कड़ी करवाई की मांग की –
इस मामले पर NDMC स्थायी समिति सदस्य विकास गोयल ने नगर निगम की जांच को केवल खाना पूर्ति करार दिया है,उन्होनें कहा की अब तक डिप्थीसिया की वजह से 18 बच्चों की मौत हो चुकी है लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ कोई करवाई नहीं की गयी है। उत्तरी दिल्ली महापौत ने इस मामले में बयाना जारी कर इस पर तुरंत करवाई और सही जांच का भरोसा जताया है —
इस घटना को लेकर महापौर ने कहा कि यह दुखद घटना है और पीड़ितों के प्रति हमारी सहानुभूति है। उन्होंने कहा कि इस घटना की विस्तृत जांच कराई जाएगी। इसके आधार पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।