दिल्ली के वज़ीराबाद में यमुना के ऊपर बनने वाला दुनियां का सबसे ऊंचा और सुंदर सिग्नेचर ब्रिज काम जल्द ही पूरा होने वाला है । इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2010 से चल रहा है और 2013 में बनकर पूरा होना था । लेकिन दिल्ली सरकार की लेट लतीफी के कारण पुल का निर्माणकार्य अपने निर्धारित समय से पाँच साल देरी से चल रहा है । दुनियां के सबसे ऊंचे ओर सुंदर ब्रिज को बनाने के लिए दिल्ली सरकार को पूरे 1518.37 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े है ।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने टीम के साथ दौरा कर ये सुनिश्चित किया था कि 31 अक्टूबर 2018 तक इसे आम जनता के लिए चालू किया जाएगा । लेकिन इससे पहले भी साल 2017 – 18 में कई बार लगाए जा चुके कयासों को धत्ता बताते हुए इसकी पूरे होने की तिथि में बदलाव किया गया है । लेकिन लगता नही की इस बार भी तय समय पर बनकर 31 अक्टूबर को सरकार दिल्ली की जनता को दिवाली की सौगात दी सकेगी । दौरा करने के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि अब ब्रिज के 31 अक्टूबर तक शुरू होने में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। और सिग्नेचर ब्रिज का 96 पर्सेंट काम पूरा हो गया है।
यमुना से सिग्नेचर ब्रिज करीब 251 मीटर ऊंचा होगा और पायलोन की ऊंचाई 154 मीटर होगी। ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स हैं। पायलोन के चारों तरफ शीशे लगाए गए हैं और लिफ्ट के जरिए जब लोग यहां पर पहुंचेंगे तो उन्हें यहां से दिल्ली का टॉप व्यू देखने को मिलेगा।