दिल्ली के रोहिणी इलाके में चल रहा चार दिवसीय अंतराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन आज समारोह पूर्वक सम्प्पन हो गया —दुनिया के 32 देशों और भारत के कोने-कोने से आये लाखों लोगों की मौजूदगी को इस महासम्मलेन ने आर्यों का मह्कुम्भ बना दिया —इस महासम्मेलन का उद्घटान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया तो रविवार को इसके समापन पर देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने वहां मौजूद करीब डेढ़ लाख लोगों को सम्बोधित किया —गृहमंत्री राजनाथ सिंह आर्य समाज के कार्यों और उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा की आज भारतीय संस्कृति की पताका दुनिया भर में फ़ैल रही है –इस आर्य महासम्मेलन में पर्यावरण पर भी ख़ास चर्चा लगातार हुयी —गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी देश और दुनिया के लिए पर्यावरण एक बड़ी चिंता और चुनौती बताते हुए कहा की इस समस्या का समाधान महृषि दयानन्द ने योग और यज्ञ के द्वारा बता दिया था —
सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा द्वाराया विश्व कल्याण और देश को स्वछता ,शान्ति और अध्यात्म की ओर ले जाने मकसद से आयोजित होने वाले इस समारोह में चार दिनों के दौराना उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ,हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर , केन्द्रीय मंत्री डॉ हर्ष वर्धन , जेपी नड्डा , नितिन गडकरी सहित अनेकों केंद्रीय और राज्यों के मंत्रियों ने भी शिकत की —आर्य सभा ने भारत सरकार से अनुरोध किया की वह देश में संप्रदाय ,जातिवाद , पर्यावरण और पाखंड पर गंभीर लड़ें तो आर्य सेना उसके साथ है —
इस आर्य महासम्मेलन के लिए बाकायदा आर्य नगर बसाया गया था जहाँ करीब 20 से 25 हज़ार लोग चार दिन तक रहे –इतने बड़े सम्मेलन में बीजेपी से जुड़े नेता ही मंच पर ज्यादा नजर आये —आज राजनाथ सिंह ने यह भी ऐलान किया की वर्ष 2024 में भारत के प्रधान मंत्री से चर्चा करेंगे की पूरा एक साल दयानद सरस्वती शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जाये —