जब किसी के कमाने का एक मात्र साधन ही उस वयक्ति से छीन लिया जाए तो ऐसे में एक गरीब मज़बूर आदमी क्या करे… ऐसा ही एक मामला हमें दिल्ली के किराड़ी इलाके में देखने को मिला। दरसल किराड़ी के इंदिरा एनक्लेव में 25 तारीख की रात को कुछ चोरों ने चोरी को अंजाम दिया जिसके चलते पूरे परिवार का एक मात्र सहारा यानि कि उनकी गाड़ी जो कि उनकी कमाई का एक मात्र साधन थी और परिवार का मुख्य वयक्ति उसी के ज़रिए अपने परिजनों का पेट पालता था। आइए आपको भी सुनाते हैं गाड़ी के मालिक का दर्द उन्हीं की ज़ुबानी।
सीसी टीवी में कैद ये घटना साफ दर्शाती है कि किस तरह चंद चोरों ने मिलकर एक जगह पर खड़ी गाड़ी को कुछ ही पलों में अद्रीश्य कर दिया।मानों जैसे वहां कोई गाड़ी खड़ी ही ना हो। जब इस तरह का कोई वाक्या किसी के साथ होता है तो उसको न्याय दिलाने का ज़रिया भी एक ही होता है जिसको हम सब पुलिस के नाम से जानते हैं मगर पुलिस ही काम का दवाब और न्याय मांगने वाले को धमकाने लगे तो कोई भला क्या करे.. अगर मालिक के बेटे की मानें तो उन्होंने थाने में रिपोर्ट ही नहीं कराई बल्कि दर्ज की गई रिपोर्ट की कॉपी को भी इसी उम्मीद में संभालकर रखा कि शायद पुलिस उन्हें जल्द से जल्द न्याय से मुहिया कराएगी लेकिन मामला दर्ज होने के लगभग एक हफ्ते बाद भी ना तो कोई कार्यवाही हुई और ना ही कोई गाड़ी वापिस मिली। पीड़ीतों