जैसे जैसे कुलदेवी महालक्ष्मी वरदान पर्व नजदीक आ रही है वैसे वैसे 21 22 और 23 तारीख को होने वाली अग्रभागवत की तैयारियाँ भी अब जोर पकड़ रही है। इस बार महालक्ष्मी पर्व पर होने वाले अग्रभागवत के आयोजन को पूरे देश में एक अलग पहचान देने और भव्यता की ऊँचाई पर पहुंचाने के लक्ष्य से तैयारियाँ की जा रही है। आपस में सलाह मशवरा, बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। अग्रभागवत के आयोजन से जुड़े सभी गणमान्य लोगों ने हाल ही में एक बैठ की और आपस में चर्चा करते हुए कई निष्कर्षों पर पहुंचे। इस बैठक में स्वयं अग्र भागवत के रचयिता रामगोपाल बेदिल, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री गोपाल गोयल जी, अग्रोहा विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेश कुमार गुप्ता, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपला शरण गर्ग , आयोजन समीति के महासचिव सतीश गर्ग और महालक्ष्मी पर्व समिति के सदस्य प्रकाश गर्ग ने इस मीटिंग में अपनी उपस्थिति दर्ज की।
लाने पर सहमति बनी है। बैठक में कहा गया कि कुलदेवी महालक्ष्मी वरदान पर्व 21, 22 और 23 दिसम्बर को है और क्योंकि इस अवसर पर सबसे भव्य भागवत का आयोजन किया जा रहा लिए 11 नवंबर को श्री अग्रसेन पार्क, कश्मीरी गेट दिल्ली में सुबह 11 बजे सभी को पहुंचने का अग्रह किया गया है। इस बैठक में आयोजन को लेकर अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और अग्रभागवत की भव्यता इस बैठक का मुख्य उद्देश्य होगा।
महालक्ष्मी वरदान पर्व समिति के अहम लोगों जैसे ब्रह्म प्रकाश गर्ग, गोपालशरण गर्ग, नरेश कुमार गुप्ता, कनक अग्रवाल, सतीश गर्ग, सुमन गुप्ता आदि ने 11 नमम्बर को होने वाली इस बैठक में जरूर हिस्सा लेने की अपील की। दिल्ली में श्री राम कुमार बेदिल जी के श्रीमुख से होने वाले इस अग्रभागवत में यहाँ आने वाले अग्रबंधुओं को 5000 वर्ष पुराने दिव्य ग्रन्थ के भी दर्शन होंगे —216 पृष्ठों वाले और महज 49 ग्राम वजन वाले इस ग्रन्थ को देखना भी अपने आप में अनूठी अनुभूति होगी।