कहते हैं सूझबूझ अपनी जान तो बचती ही है लेकिन समझदार लोग जहां रहते हैं वहां पर भी ये जान बचा सकती है। ऐसा ही उदाहरण देखने मिला दिल्ली सरूपनगर इलाके में। जहां एक बिल्डिग मे रात अचानक आग लग गई। जिस बिल्डिंग में ये आग लगी वो तीन मंजिली इमारत है। इस इमारत में ग्राउंड फ्लोर पर दुकाने बनी हुई हैं। आग इन दुकानों में लगी जिसके कारण बिलिंडग से भगाने का रास्ता पूरी तरह से जाम हो गया। आग इतनी भयनाक थी का इलाके में धूंआ फैल गया। लेकिन दुर्भाग्य से से तीसरी मंजिल पर सो रहे लोगों को आग का पता ही नहीं चल पाया। उसके बाद आस पास के लोग तुरंत मौके पर पंहुचे और सो रहे लोगों को आवाज लगाकर जगाने की कोशिश की। । उसके बाद घर में अफरातफरी मच गई। बाहर निकलने का रास्ता बंद था। उसके बाद पड़ोसियों ने अपनी सूझबूझ और समझदारी से काम लेते हुए अपने घरों के गद्दों को बर इकठ्ठा कर दिया और फंसे लोगों को उस पर कूदने को कहा। एक एक कर लोग गद्दों पर कूदे तब जाकर सबकी जान बची। समझादारी के कारण किसी की जान नहीं गई सभी सुरक्षित आग से बाहर निकाल लिए गए।
छत से कूदने के कारण 2 लोगों को मामूली चोट आई है जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है। फायर विभाग के अनुसार उन्हें रात 12:00 बजे आग लगने की कॉल मिली थी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है
आग किस कारण लगी है जांच का विषय है लेकिन कुछ स्थानीय लगो शोर्ट सर्किट को आग की वजह बता रहे है। इस घटना से एक बात तो साफ है कि आपातकाल में घबराने की जगह अगर ठंडे दिमाग से बचने की कोशिश की जाए तो हादसे को कहीं हद तक टाला जा सकता है।