डिप्थीरियाउग्र संक्रामक रोग है, जो 2 से लेकर 10 वर्ष तक की आयु के बच्चों को ज्यादा होता है।ये दो से लेकर चार दिन तक रहता है और ये रोग गले में होता है और टॉन्सिल भी भयावह होता है। अस्पताल द्वारा डिप्थीरिया से होने वाली मौत को रोकने के लिए और बीमार बच्चों के माता पिता को संक्रमण से बचाने के लिए और मरीजों को दूसरे सरकारी अस्पतालों तक सुचारू रूप से रेफ़र करने के लिए नार्थ ईस्ट के अस्पतालों ने सुचारू रूप से योजना बना रखी है हालांकि अभी तक नार्थ ईस्ट दिल्ली के किसी भी अस्पताल में इस डिप्थीरिया जैसी गंभीर बीमारी का एक भी मरीज सामने नहीं आया है लेकिन दिल्ली के अन्य जिलों को धयान में रखते हुए भी उत्तर पूर्वी दिल्ली के अस्पतालों ने कमर कस ली है । इस मामले में उत्तर पूर्वी दिल्ली के अस्पतालों ने जिस तरह से कमर कस ली है ऐसे ही अगर और लोग भी सजग हो जाएं तो शायद घातक से घातक बीमारियों से भी लड़ना मुश्किल नहीं होगा ।