जिस तरह से देश में बिजली की खपत बढती जा रही है उसको ध्यान में रखते हुए भारत ने पॉवर तकनीकी की दिशा में कदम बढ़ाया और भारत में ग्रिड स्केल पावर स्टोरेजसिस्टमशुरुआत हुई। टाटा पवार ने दुनिया की तीन बड़ी कंपनियों के साथ मिलाकर 11 मेगावाट का ग्रिड स्केलएनर्जीसिस्टमलगाया। जो एशिया का सबसे बड़ा और भारत का पहला ग्रिड है।और इसी ग्रीड को और भी मजबुत बनाने नई दिल्ली के धौला कुंआ मे इंडिया स्मार्टग्रीड फोरम की तरफ से टाटा पॉवर डीडीएलइंटरनेशनल कांन्फ्रेस और एग्ज़िबिशन का तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के ज़रिये ये बताया गया की कैसे छोटे और क्रिटीकलएरिया जैसे हॉस्पीटल, जलबोर्ड तक पावर सप्लाई कर सकतें है साथ ही इस बात पर चर्चा की गयी की यदि कोई प्रोब्लम आ जाए तो लोगोंतक पॉवर सप्लाई मिलती रहे। इसके लिए सोल्लरसिसिटमबॉटरी आदि का DEMONSTRATOR भी किया जाएगा।
बता दें की इस इंटरनेशनल कांन्फ्रेस में टाटा पॉवर के CEO संजय बांगा, टाटा पॉवर के MD प्रवीरसिन्हा, और “एनडिस, श्नाइडरइलेक्ट्रिक, ओडिट-ए और वासेट के अधिकारी भी मौजुद रहे और इस प्रोजेक्ट में युरोपीयन कमीशन ने 10 करोड़ रुपये का फंडअपरुव किया हैयह प्रोजेक्ट मई 2019 में शुरू करने की योजना है जिसके अक्टूबर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है