सूफी संगीत के संत और वाणी की मधुरता के लिए मशहूर हंस राज हंस को राजनीति का नौसिखुआ माननेवालों को हंस ने पहले ही सभा मे मुंहतोड़ जवाब दिया है। हंस एक मंझे हुए वक्ता की तरह अपने पहली सभा मे नेहरू और कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में जमीन आसमान एक कर दिया, गाना भी गया और उपस्थित लोगों को हर मुमकीन यकीन दिलाने की कोशिश की कि वो संगीत के ही तरह राजनीति के भी हंस हैं।
रोहिणी में अपने चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर हंस राज हंस प्रत्याशी के तौर पर पहली बार एक सभा में शामिल हुए। यहां वह पार्टी के ओहदेदारों और रसूखदारों की पहचान करते और राजनैतिक सभाओं के तौर तरीके सीखते नजर आए।लेकिन जब बोलने के लिए माइक थामा तब किसी खालिस नेता की तरह उपस्थित लोगों से रिश्ता बनाया वो भी दर्द का, आजादी से पहले और बाद में शासन के शोषण के दर्द का। और रिश्ता जोड़ते ही उन्होंने सीधे तौर पर प्रथम प्रधानंत्री जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पर आरोप मढ़ दिया, वो भी ऐय्याशी का।
, पार्टी के राष्ट्रवाद की लाइन पर चलते हुए आतंकवादी हमलों की याद दिलाई और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मजाक उड़ाया, तो वहीं नरेंद्र मोदी की तारीफ ने बस बोलते ही चले गए