दिल्ली की एक मात्र सुरक्षित सीट पर भाजपा ने सुरों के शहंशाह हंस राज हंस को जंगे मैदान में उतारा है। नामांकन की अंतिम तिथि से ठीक पहले मंगलवार सुबह नाम घोषित होने के बाद रोहिणी में एक सभा हुयी और फिर वह सभा रोड शो में बदल गयी। हालांकि इस सभा और रोड शो में हंस राज हंस शामिल नहीं हो पाए। दोपहर करीब सवा दो बजे हंस राज हंस बाहरी दिल्ली के कंझावला स्थित डी एम ऑफिस पहुंचे। हंस राज हंस के साथ दिल्ली प्रभारी शयाम जाजू , पूर्व विधायक मनोज शुकीन , नीलदमन खत्री , दिल्ली विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता भी मौजूद थे। इस दौरान हंस राज हंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना हीरो, अपना बादशाह बताते हुए उन्होंने सियासत में फकीरी करने की बात कही। उनका कहना है कि इतने दिन संगीत में सेवा करने के बाद उन्हें पता चला कि असली सेवा तो सियासत में ही है।
प्रधानमंत्री की तारीफ में हंस इतने भावुक हो गए कि उन्हें आजादी के बाद से लेकर अब तक का सबसे मेहनती और ईमानदार प्रधानमंत्री तक करार दे दिया। वहीं चुनावी मुद्दों पर उनका कहना है कि भाजपा ने पिछले 5 साल में इतना काम किया जो 50 साल में नही हुआ, सरकार ने सभी की बेसिक नीड को पूरा करते हुए सोशल सिक्योरिटी भी दी है।
हंस राज हंस के इस सीट से उम्मीदवार होने से भाजपा की महफ़िल तो रौशन हो गई, लेकिन इस सीट से वर्तमान संसद उदित राज की महफ़िल लुट गई। इसे लेकर वो पार्टी दफ्तर से लेकर ट्विटर तक हंगामा करते हुए बागी होने की धमकी दे चुके हैं, लेकिन पार्टी ऐसा नहीं मानती।
दिल्ली की इस सीट पर ग्रामीण वोटरों का दबदबा रहा है, ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि इन वोटरों को भाजपा की यए तान कितनी पसंद आएगी ।