आजादपुर मॉडल टाउन मेन रोड पर बुधवार सुबह एमसीडी कॉलोनी के लोगों जाम लगा दिया। नगर निगम द्वारा माकन खाली करने के नोटिस से नाराज इन लोगों ने नार्थ एमसीडी के मेयर और कमिश्नर का पुतला जलाया और करीब घंटे भर तक यातायात को बाधित रखा। वहीँ चुनावी मौषम में नगर निगम के खिलाफ उठ रही इस नाराजगी को लपकने के लिए आप और कॉंग्रेस दोनों के ही नेता पहुँच गए।
ये गुस्सा देख रहे हैं आप, ये गुस्सा है घर से बेघर होने का, पीढ़ियों की यादों से छूटने का, एक कागज के टुकड़े से दशकों के रिश्ते टूटने का। इन लोगों का कहना है कि ये नगर निगम के कर्मचारी हैं और एमसीडी की इस कॉलोनी में 50 – 60 साल से रह रहें है, तब इन्हे इन्ही मकानों का मालिकाना हक़ देने की भी बात कही गई थी , लेकिन अचानक निगम द्वारा इन लोगों को मकान खाली कराने का फरमान जारी कर दिया गया 500 में से 100 मकानों को तो खाली भी करा लिया गया और अब बाकी बचे 400 मकानों को भी 30 तारीख तक का समय के साथ नोटिस दिया गया है। इन लोगों का कहना है कि नगर निगम इनके घरों से उठाकर इन्हें जहाँ भेज रही है वह इंसान तो क्या जानवर के रहने लायक भी नहीं है। ऐसे में इन्हे डर सता रहा है कि पीढ़ियों की गृहस्ती छोड़ कर अब वो सर छुपाने के लिए कहाँ छत ढूंढें। बहुत सोचने पर भी जब कुछ नहीं सुझा तो सड़क जाम कर दिया और इस तरह अपनी भड़ास निकाली ।
दिल्ली विधानसभा में सत्तासीन आम आदमी पार्टी दिल्ली के तीनो ही नगर निगमों में विपक्ष की भूमिका में है , इसलिए चुनावी मौषम में पार्टी ने भाजपा के खिलाफ जा रहे इस मुद्दे को फ़ौरन लपक लिया। पार्टी के मॉडल टाउन विधानसभा से विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी और जहांगीरपुरी से पार्षद अजय शर्मा लोगों के गुस्से को और भड़काने के लिए तत्काल मौके पर पहुंच गए। आत्मीयता दिखाने के लिए न सिर्फ तवे की तरह तपते सड़क पर बैठे बल्कि मौके की नजाकत देखते हुए छाती भी पीटने लगे। एम्बिएंस इन्हे देखकर कॉंग्रेस भी लकीर पीटने पहुंची।
नेता आए और अपनी राजनीति करके चले गए, लेकिन इसके बाद भी इनकी समस्या तो समस्या ही रह गई। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या इस प्रदर्शन के बाद भी नार्थ एमसीडी जागेगी और इन्हे आवंटित किए जाने वाले फ्लैटों को रहने लायक बनाएगी।