थप्पड़ से डर नहीं लगता है साहब, प्यार से लगता है यह डायलॉग चाहे मशहूर कितना भी हो, लेकिन सच तो कतई नहीं है, अगर यकीन नहीं होता उत्तरी दिल्ली नगर निगम के करोलबाग जोन के मंगलवार सुबह तक डीसी रहे कपिल रस्तोगी से पूछ लीजिए। थप्पड़ का डर क्या होता है आज ये उनसे बेहतर कोई नहीं बता सकता। क्योंकि महज एक थप्पड़ ने उन्हें मंगलवार की सुबह महज चंद घंटों में नार्थ एमसीडी के करोल बाग जोन के डीसी से पूर्व डीसी बना दिया।
डीसी कपिल रस्तोगी के खिलाफ बुलंद होते नारों का यह नजारा जखीरा फ्लाईओवर के निचे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के ऑफिस का है। इन लोगों के गुस्से की वजह है डीसी कपिल रस्तोगी का थप्पड़, जो उन्होंने यहाँ के असिस्टेंट सेनेटरी इन्स्पेक्टर राजेंद्र के गाल पर रसीद किया था। शिकायतकर्ता राजेंद्र का कहना है कि पिछले एक महीने से उन्हें जखीरा के पास के रेलवे लाइन से ओडीएफ हटाने के काम पर लगाया गया है। मंगलवार की सुबह डीसी रस्तोगी अपने पूरे अमले के साथ इसके निरिक्षण के लिए आए, लेकिन संतोषजनक नतीजों के बाद भी अपशब्द कहते हुए उनको थप्पड़ मार दिया और उनके साथ के ही कुछ अन्य कर्मचारियों से भी अभद्रता की।
थप्पड़ पड़ा तो राजेंद्र के गाल पर वो भी रेलवे लाइन के किनारे, लेकिन इसकी गूंज पूरी दिल्ली में सुनाई पड़ी। थप्पड़ की बात जंगल में आग की तरह फैली और देखते ही देखते जखीरा फ्लाईओवर सफाई कर्मचारियों से भर गया। लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था और डीसी अंदर दफ्तर में बंद, जिसे देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को भी बुलाना पड़ा। जिसके बाद सफाई कर्मचारियों ने रोड जाम कर दिया। इनकी मांग है कि डीसी पर एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए।
मामले पर सियासत का रंग चढ़ा तो विधान सभा की डिप्टी स्पीकर राखी बीडलान भी थाने पहुंच गयी और मामले को गंभीर बताते हुए एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की बात कही ।उनका कहना था की जब तक एससीएसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज नहीं होती तब तक पूरा समाज यहीं रहेगा ।
जखीरा पर यह सब कुछ तब हो रहा था, जबउससे चंद किलोमीटर की ही दूरी पर संसद में संसदीय दाल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश में भाजपा के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा निगमकर्मी को पीटे जाने के मामले पर सख्ती दिखाते हुए ऐसे मामलों के लिए लकीर खिंच रहे थे। ऐसे में नार्थ एमसीडी ने चंद घंटों में ही डीसी कपिल रस्तोगी को तत्काल प्रभाव से रिलीव करते हुए उन्हें उनके मूल कैडर में भेज कर पल्ला छुड़ाने की कोशिश की है। लेकिन सफाई कर्मचारी कपिल की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर मोती नगर थाने के सामने धरने पर बैठे हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि मामले का पटाक्षेप कैसे होगा।