देशभर का बैरागी-वैष्णव समाज अब यह महसूस करने लगा है यदि समाज को आर्थिक , सामाजिक और सियासी रूप से शक्तिशाली बनाना है तो देशभर में समाज के दो करोड़ लोगों का संघठित होना बेहद जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए बैरागी समाज ने अपना दूसरा स्वामी दयानन्द मेमोरियल अवार्ड दिल्ली में आयोजित किया। दिल्ली और हरियाणा इकाई द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में देश के कोने कोने से बैरागी समाज के प्रमुख लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें औरंगाबाद से आये सेवा संघ के प्रधान सतीश वैष्णव , वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ राज सिंह वैष्णव , प्रसिद्ध उघोगपति यूके स्वामी ,पंजाब के पूर्व मंत्री के के बाबा आदि मुख्य अतिथि के रूप में उपष्टित थे। देशभर से आये लोगो की मौजूदगी में उज्जैन के दादा मनोहर बैरागी को स्वामी दयानन्द मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया। अलग अलग राज्यों से सेवा संघ प्रतिनिधियों ने दादा मनोहर बैरागी को सम्मानित किया। दादा मनोहर बैरागी भी इस सम्मान और स्नेह से बेहद भावुक हो गए ।
उपस्थित समाज के इन प्रमुख लोगों ने इस बात पर जोर दिया की समाज के आर्थिक सामाजिक और सियासी रूप से शक्तिशाली बनाना है तो सभी को संगठित होना होगा। इस मौके पर समाज की दिशा और दशा पर चर्चा हुयी। मंच से सभी ने अपने अपने विचार रखे ।
अखिल भारतीय वैष्णव बैरागी सेवा संघ चाहता है की समाज में एकजुटता हो और और सभी की मदद से समाज का चहुमखी विकास हो। इसी मकसद से संघठन को बढ़ने और मजबूत बनाए में लगा है। इस मौके पर संघठन के राष्ट्रिय अध्यक्ष सतीश वैष्णव ने देशभर की कई प्रमुख लोगों को संघठन की जिम्मेदारी सौपी। यहाँ तक की विदेशों में रहे लोगों का अभी अलग विंग बनाया है।
दिल्ली दर्पण टीवी से सतीश वैष्णव ने बातचीत कर अपनी मंशा और मकसद को सांझा किया। संघ की दिल्ली इकाई से जुड़े प्रमुख लोग मनोज स्वामी और सुनील स्वामी का मानना है की दिल्ली में भी समाज बढ़चढ़कर आगे आने लगा और सामाजिक आयोजनों में अभी भूमिका और भागीदारी निभा रहा है । आयोजन बेहद ही शानदार और सफल रहा और जिस तरह के तेवर समाज के नेताओं ने दिखाए उससे उम्मीद की जा रही है की निकट भविष्य में बहुत बड़े बड़े आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में देखने को मिलेंगे और राज्य और केंद्र सरकार से अपने हक़ की आवाज बुलंद करते नजर आएंगे।