मन में आनंद भर देने वाला ये खूबसुरत नज़ारा है संचारिका क्लब द्वारा आयोजित तीज सेलिब्रेशन का जहां हर ओर केवल खुशियां ही खुशियां ही नज़र आती है। 24 साल पुराना ये क्लब महिलाओं के लिये कितना खास है इसका अंदाजा आप महिलाओं की भारी भीड़ को देख कर लगा सकते हैं । शानदार भारतीय परिधान में सजी धजी ये महिलाएं किसी राजकुमारी से कम नहीं लग रही थीं। जिन्होंने एक साथ मिल कर तीज के त्यौहार की खुशियों को एक दुसरे के साथ बांटा।
लेकिन संचारिका क्लब का तीज सेलिब्रेट करने का तरिका औरों से ज़रा हट कर रहा क्योंकी य़हां ना तो यहां कोई स्टॉल लगी और ना ही कोई खेल और प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। संचारिका क्लब ने हरियाली तीज का वास्तविक मतलब समझाने के लिये पड़ों का महत्व बताया और एक डांस एक्ट के ज़रिये पेड़ों को कटाई से होने वाली पीड़ा से अवगत कराने की कोशिश की । हमने बात की संचारिका क्लब की प्रेजिडेंट सरोज भरतिया और संचिव वर्षा गोयल से और जाना की उनके तीज सेलिब्रेशन के बारे में कुछ खास।
बता दें की यहां ना केवल पेड़ों के महत्व के बारे में चर्चा हुई बल्कि हर महिला को उपहार स्वरुप तुलसी के पौधे दिये गये जो प्लास्टिक के गमलों की बाजाए इकोफ्रेंडली कपड़े के बेग में लगे थे। संचारिका क्लब की एज़िक्युटिव मैंबर्स ने भी माना की उनका क्लब इसी तरह के समाजिक कार्यों की वजह से खास है।
हरियाली तीज मतलब हरियाली का त्यौहार ये बात आज संचारिका क्लब ने समझाने का जो प्रयास किया है जो वाकई ताबिल-ए-तारिफ है और दिल्ली दर्पण टीवी ऐसे प्रयासों की सराहना करता है।