बादली विधानसभा में बने थे 7500 घर, नहीं हुए अलॉट, पूर्व विधायक ने कहा झूठी है मौजूदा सरकार| देखिये ये रिपोर्ट –
गरीब जनता को जहाँ झुग्गी वहीं मकान का वादा तो सभी राजनीतिक पार्टियाँ कर रही हैं लेकिन एक जमीनी हकीकत मौजूदा केजरीवाल सरकार की मंशा पर बड़े सवाल खड़े करती है । तस्वीरों में ये ऊँची ईमारतें दिल्ली के बादली विधानसभा क्षेत्र की हैं । साल 2015 में ये सात हज़ार से ज्यादा घर बन कर तैयार हो गए थे जो गरीबो के पुनर्वास के लिये थे लेकिन उसके बाद सरकार बदली, बादली के विधायक बदले और आम आदमी पार्टी सत्ता में आ गई । अगर ये घर इस क्षेत्र के ग़रीबों को अलॉट हो जाते तो आज हज़ारों गरीबों के सर पर पक्की छत होती लेकिन केजरीवाल सरकार ये बाँट नहीं पाई और आज ये फ़्लैट्स खंडर होते जा रहे हैं । पूर्व विधायक और मौजूदा प्रत्याशी का कहना है कि केजरीवाल सरकार की उदासीनता की वजह से हज़ारों लोगों के अपने घर देने का उनका सपना पूरा नहीं हो सका । अब एक बार फिर से इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता देवेन्द्र यादव बतौर प्रत्याशी मैदान में हैं और उनकी योजना है कि दोबारा चुने जाने पर ग़रीबों को उनका अपना घर दिलवाना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक होगी । पिछले पाँच सालों में ये घर किसी को क्यूँ नहीं मिले ये एक बड़ा मुद्दा भी है और मौजूदा विधायक से सवाल भी । लेकिन मुफ्त की सौगातों की आड़ में वोट माँगते नेता जी इन मुद्दों पर कहीं बात नहीं करते । ज़ाहिर तौर पर जो लोग झुग्गियों में रहने को मजबूर हैं, उन्हें ये ख़ाली पड़ी ईमारतें मुँह चिढ़ाती हैं । और वो मौजूदा सरकार के प्रति निराश भी हैं । अब आने वाली आठ तारीख को जब यही जनता वोट डालने जाएगी तो उनके ध्यान में ये मुद्दे जरूर होंगे । देखने वाली बात होगी कि ये इस मुद्दे पर अपना भरोसा किस पर दिखाते हैं ।