ब्यूरो, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली में कोरोना के डर और इसकी रोकथाम के लिए स्कूल , कॉलेज, मॉल, सिनेमा के साथ साथ बड़े बड़े आयोजन बंद है , लेकिन दिल्ली के लॉरेंस रोड इलाके में पावर लिफ्टर खिलाडी कोरोना के डर को ठेंगे पर रख रहें है. यहाँ इंडियन पॉवरलिफ्टिंग फेडरेशन द्वारा आयोजित चैम्पयनशिप में देशभर के 18 राज्यों से आये करीब एक हज़ार महिला पुरुष खिलाडियों ने भाग लिया . इस तीन दिवसीय चैंपियनशिप में फेडरेशन और खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिए इलाके के प्रमुख लोगों भी लगातार पहुंचे. किसी के मन में कोरोना को लेकर कोइ डर नहीं था. देश और दुनिया भर में कोरोना वायरस से जंग लड़ी जा रही है . दिल्ली में भी कोरोना के डर से स्कूल , कॉलेज, मॉल, सिनेमाघर और तमाम तरह के इवेंट्स. सब बंद हैं . लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है जिन्हे कोरोना से कोई खौफ नहीं है .पॉवरलिफ्टिंग के इन खिलाडियों को भी कोरोना का कोई डर नहीं है .दिल्ली में इंडियन पॉवरलिफ्टिंग फेडरेशन द्वारा तीन दिवसीय चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है –इस चैंपियनशिप में देशभर के 18 राज्यों से करीब 1000 महिला पुरुष खिलाडियों ने भाग लिया और अपना जौहर दिखाया .हालांकि यहाँ साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखा गया लेकिन इनके मन में कोरोना को लेकर कोई डर कहीं नजर नहीं आया .किसी के भी मुँह पर मास्क नहीं दिखा. तीनों दिन लगातार सैकड़ों स्थानीय लोग और प्रमुख लोग इस चैंपियनशिप को देखने पहुंचे .किसी के मन में कोरोना का कोइ खौफ नहीं दिखा .इस चैंपियनशिप में बड़ी संख्या में महिला खिलाड़िओं अपना जौहर दिखाया .इनके मन में भी कोरोना का कोई खौफ नहीं दिखा .महिला खिलाड़ियों का मानना है की हार स्वीकार नहीं , मरना तो एक दिन है ही. लड़कियों को अपनी हिम्मत दिखाने का मौक़ा कभी कभी मिलता है , उसे कोरोना के डर से क्यों छोड़े ? कुछ करके ही मरेंगे.दुनिया भर में कोरोना के कहर से लोग कांप रहे है , ये नजारा दिल्ली में अलग ही देखने को मिल रहा है .पॉवरलिफ्टिंग के इन पहलवानों को कोरोना से कोई डर नहीं लग रहा है. ये अपने इस दंगल में मस्त है , इनकी इस हिम्मत को तो सलाम , लेकिन इन्हे यह भी समझ आना चाहिए की साथ के साथ सावधानी भी ज़रूरी है. क्यों डर नहीं था , देखिये ये रिपोर्ट