पुनीत गुप्ता , दिल्ली दर्पण टीवी
बवाना, नार्थ वेस्ट दिल्ली।। कोरोना काल में अस्पातलो की सुविधाएं बिना रुके चलती रही। कई सरकारी अस्पतालों में ओपीडी की सुविधाएं तो बाधित हुई। लेकिन अब ज्यादातर अस्पतालों में सभी सुविधायें बहाल कर दी गयी है। लेकिन फिर भी लोग कोरोना के डर की वजह से अस्पतालों की और जाने से डर रहे है। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की कैसी सुविधाएं है। ओपीडी की सेवा शुरू हुई या नहीं, ऑपरेशन्स हो रहे है या नहीं कोरोना टेस्ट चल रहे है या नहीं। यह सब जानने के लिए हम बवाना के महर्षि वाल्मीकि अस्पताल पहुंचे।
रोजाना मुख्यमंत्री प्रतिनिधि लेते है अस्पताल का जायजा
अस्पताल में महर्षि वाल्मीकि अस्पताल के मेडिकल सुपरिंडेंटेंट राजीव सागर ने बताया की कोरोना काल की शुरुआत से इस अस्पताल की सभी सुविधाएं चालू है। फिर चाहे वो ओपीडी की सुविधा हो, ऑपेरशन की सुविधा हो या कोरोना जाँच की हो सभी सुविधाएं शुरू है। इसके साथ ही डॉक्टर राजीव ने बताया की यह अस्पताल सेवाओं के वजह से शीर्ष स्थान पर रहा है और आगे भी कोशिश रहेगी हम और ज्यादा सेवाओं को बढ़ाएं।
एक अस्पताल पर पड़ा 50 गाँव का बोझ
सुविधाओं की जानकारी लेते वक्त एक व्यक्ति से हमारी मुलाकात हुई। जो अस्पताल में आने वाले लोगो से बात कर रहे थे की उनको कोई समस्या तो नहीं हो रही है। पता चला की वह मुख्यमंत्री प्रतिनिधि अजय राजपूत है। फिर उन्होंने ही अस्पताल की सभी सेवाओं के बारे में बताया। अजय राजपूत ने बताया की कोरोना के चलते नरेला के राजा हरिश्चंद्र अस्पताल को कोरोना हॉस्पिटल बनाने के बाद इस अस्पाल पर तक़रीबन 50 गाँव का बोझ बढ़ गया है। फिर भी यह अस्पताल सुविधाओं में अव्वल है। इसके साथ ही अस्पताल में निशुल्क कोरोना जाँच भी की जाती है।
साफ़ सफाई का रखा जाता है पूरा ध्यान
मरीजों ने बताया की अस्पताल में साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है। अस्पताल में भीड़ न होने की वजह से यह अस्पताल आस पास के इलाको के लिए एक बेहतर विकल्प है।
मुख्यमंत्री प्रतिनिधि अजय राजपूत ने बताया की रोजाना अस्पताल की सेवाओं का जायजा लिया जाता है और रोजाना ही मुख्यमंत्री ऑफिस में रिपोर्ट भी भेजी जाती है। अगर कोई समस्या नज़र आती है तो उसका समाधान भी निकाला जाता है।