विश्व सिंधी सेवा संगम की और से होगी शादी
आत्मनिर्भर बनांने के लिए बाटें रिक्शा
पुनीत गुप्ता , दिल्ली दर्पण टीवी
रोहिणी, नई दिल्ली।। कोरोना काल में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए कई संस्थाएं अपनी तरफ से दिल खोल कर सेवाएं कर रही है । ऐसे में कई संस्थाएं आत्मनिर्भर बनाने की और कदम बड़ा रही है। विश्व सिंधी सेवा संगम संस्था की दिल्ली महिला विंग ने शुक्रवार को रोहिणी में स्थित पाकिस्तानी शरणार्थी कैंप में झूलेलाल चालिया महोत्सव के उपलक्ष में एक अनोखा कार्यकर्म का आयोजन किया । जिसमे सिंध से आये सभी हिन्दू शरणार्थी परिवारों के लिए आत्मनिर्भर सोच के साथ कदम उठाये गए। जिसमे अति गरीब परिवारों को फलो से भरी रिक्शा दी गयी। इस रिक्शा में ऑटोमैटिक वजन तोलने की मशीन भी लगी थी।
इसके साथ कैंप में रह रही एक विकलांग महिला को नई बैसाखी भी दी गयी। और मोहक पल तब आया जब कैंप की ही एक कन्या की शादी का बीड़ा भी विश्व सिंधी सेवा संगम ने उठाया। कन्या को शादी का शगुन भी दिया गया। जिसमे सिलाई मशीन, नगद राशि और जरुरत का सामान दिया गया। शुक्रवार शाम को कन्या की शादी होनी है ऐसे में मेहमानो का रहने से लेकर खाने का सारा इंतज़ाम भी विश्व सिंधी सेवा संगम ने ही उठाया है। यह माहौल उस वक्त और भावुक हो गया जब संस्था के लोगों ने होने वाली दुल्हन के सामने भगवान झूलेलाल का गुणगान किया और दिल खोल कर नाचे।
संस्था की दिल्ली महिला विंग की प्रेजिडेंट सारिका वातवानी ने बताया की संस्था शुरुआत से ही समाज के लिए काम करती आ रही है। शरणार्थी कैंप के लोगो ने हमसे संपर्क किया और कहा की हमको किसी तरह का दान नहीं चाहिए बल्कि आत्मनिर्भर बनना चाहते है। इसी वजह से हमने इनको फलो से भरा रिक्श्वा दिया है और आगे भी यह संस्था इनके लिए काम करती रहेगी।
संस्था के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव भरत वातवानी ने कहा की ऐसा पहली बार नहीं है की यह संस्था कोई सामाजिक कार्य कर रही है। शुरुआत से ही यह संस्था सामाजिक कार्यो में शामिल रही है। यह लोग पकिस्तान के सिंध प्रांत से है। इनकी और हमारी बोली एक है कल्चर भी एक है इसीलिए इनके लिए कुछ कर के अच्छा लग रहा है और आगे भी हम करते रहेंगे ,हमें ख़ुशी है की झूलेलाल चालिया महोत्सव के उपलक्ष में यह कार्य संभव हुआ। इसके साथ संस्था के सभी कार्यकर्ताओं का सम्पूर्ण योगदान रहा , अन्तराष्ट्रीय प्रेजिडेंट राजू मनवानी , और गोपाल सजनानी प्रेरणा की प्रेरणाओं से यह कार्य पुरे विश्व में चल रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने लख्मीचंद मखरानी , रूपचंद नंदवानी, नरेश संतवाणी , उत्तर प्रदेश महिला विंग प्रेजिडेंट कंचन आहूजा ,मोहन आहूजा ,जगदीश चंदवानी, डॉली अरोड़ा के अथक प्रयासों के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा,“यह संस्था एक परिवार है और परिवार में सबका सहयोग है।”
संस्था के सभी पदाधिकारी इस शुभ अवसर पर मौजूद रहे और सेवा करके खुश थे । शरणार्थी कैंप में इस बात की ख़ुशी थी की अब एक संस्था के रूप में एक परिवार और मिल गया है । जो सुख दुःख में उनके साथ है। शरणार्थी कैंप के प्रधान हनुमान ने बताया की हिंदुस्तान की सरजमीं पर हमे प्यार मिलेगा, सम्मान मिलेगा, रोजगार मिलेगा यही सोच कर हम पाकिस्तान छोड़ कर आये थे और आज हमें ख़ुशी है की हिंदुस्तान में है और यहाँ पर संस्थाओ से हमें जो प्यार और सम्मान मिलता है वह अतुलनीय है हम आत्मनिर्भर होकर जल्द ही हिंदुस्तान की मुख्यधारा का हिस्सा बनेंगे।