डिंपल भारद्वाज, संवाददाता
नॉर्थ एमसीडी का बीते मंगलवार को हुआ सदन हंगामे की भेंट चढ़ा तो वहीं हंगामा करने वाले आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों को महापौर ने सस्पेंड कर दिया। आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद सदन में टीशर्ट पहन कर पहुंचे थे जिस पर लिखा था बीजेपी वालों कर्मचारियों को तनख्वाह दो, तनख्वाह नहीं तो इस्तीफा दो। लेकिन सदन हंगामे की भेंट चढ़ गया। ना तो वेतन पर चर्चा हुई और ना ही सदन की कार्यवाही ही पूरी हो सकी।
जिसके बाद आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद बुधवार को एक बार फिर सिविक सेंटर पर धरने पर बैठे है इस दौरान उनके हाथों में तख्ती मौजूद रही जिस पर कई तरह के नारे लिखे थे।
अधिकारी के बचाव में क्यों बैठी है? भाजपा जवाब दो भाजपा MCD छोड़ो ,18 हज़ार करोड़ कहां गया ? कर्मचारियों को वेतन क्यों नहीं ? भाजपा जवाब दो भाजपा MCD छोड़ो , दिल्ली इतनी गन्दी क्यों ? भाजपा जवाब दो भाजपा MCD छोड़ो, दवाईयों में करोड़ों की हेराफेरी की जांच क्यों नहीं ? भाजपा जवाब दो भाजपा MCD छोड़ो जैसे कई नारे लिखे थे। आम आदमी पार्टी के नेता लगातार इस तरह के प्रदर्शन कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी का आरोप है की बीजेपी जानबूझ कर एक एमएस को बचाने की कोशिश कर रही है। जिसने दवाईयों की खरीद फरोख्त में करोड़ों की हेरा फेरी की है । वहीं आम आदमी पार्टी निगम कर्मचारियों के वेतन को भी गंभीर मुद्दा मान रही है और ये मांग कर रही है की 18 हजार करोड़ा का दिल्ली नगर निगम हिसाब दे। लेकिन अब देखना ये होगा की आखिर दिल्ली के निगम कर्मचारियों की तनख्यवाह दिलाने में आम आदमी पार्टी अपनी क्या भूमिका निभाती है।