डिंपल भारद्वाज, संवाददाता
जसवंत बेरीवाल ने संस्था की नींव रखी जिसका नाम अग्रवाल निष्काम सेवा केंद्र है। इस संस्था को जसवंस पेरीवाल ने अपने समर्पण और जुनून से इतना बड़ा रुप दे दिया की आज इसकी अपनी एक अलग पहचान है। लेकिन जब तीन साल पहले उनका देहांत हुआ संस्था का अस्तित्व लगभग खत्म सा ही हो गया । लेकिन इसके बाद स्व. जसवंत बेरीवाल के परिवार जिसमें मुख्य तौर पर उनकी पुत्र वधु पूजा ने इस काम की जिम्मेदारी को अपने कंधों पर ली। इस काम में उन्हे अपने पत्ति का साथ मिला और आज ये संस्था ऑनलाइन प्लेट फॉर्म पर भी अपनी साख बना चुकी है।
अग्रवाल निष्काम सेवा केंद्र संस्था ने अपनी एक अहम बैठक दिल्ली के अशोक विहार स्थित गोल्डन बैल स्कूल में आयोजित की जिसमें अग्रवाल समाज के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अखिल भारतीय संगठन के अध्यक्ष देश बन्धु, भाजपा नेता राजेंद्र खण्डेलवाल, प्राइमा फाउडेशन, पुर्व विधायक महेंद्र नागपाल, भाजपा नेता योगेश वर्मा और कई सामजिक धार्मिक संस्था के लोग प्रमुख लोग शामिल होने पहुंचे। जसवंत बेरीवाल के निधन के बाद उनके परिवार ने आज 3 साल बाद अग्रवाल निष्काम सेवा केंद्र संस्था को दिल्ली की सबसे बड़ी बायोडाटा संग्रह पत्रिका प्रकाशित करने वाली संस्था बना दिया है । जिसमें 100 – 200 नहीं बल्कि 1500 से अधिक बायोडाटा प्रकाशित किये जा रहे हैं।
दूसरा इनकी ऑनलाइन इंडियन रिश्ते वेबसाइड जिस पर लगभग 4000 से अधिक बच्चों के बायोडाटा अपलोड़ हैं। और पूजा का लक्ष्य इसे साल की अंत तक 8 से 10 हज़ार बायोडाटा अपलोड़ करना है। अगर ये लक्ष्य अग्रवाल निष्काम सेवा केंद्र संस्था पुरा कर लेती है तो ये दिल्ली की पहली ऐसी संस्था होगी जिस पर इतने अधिक परिवारों ने अपने बच्चों का बयाडाटा अपलोड़ किया होगा।
अग्रवाल निष्काम सेवा केंद्र संस्था की सबसी बड़ी उपलब्धि इनको फेसबुक के माध्यम से मिली है जहां इस संस्था के साथ 70 हज़ार लोग जुड़ चुके हैं। और उम्मीद है की साल के अंत तक इनकी संख्या बड़ कर 1 लाख के पार पहुंच जाएगी। पुजा आज ये विचार कर रही है की अगामी अप्रेल में एक भव्य कार्यक्रम अग्रवाल निष्काम सेवा केंद्र संस्था द्वारा किया जाए जिसमें दिल्ली एनसीआर से 5 हजार से अधिक परिवार शामिल हों। इस कार्यक्रम का मक्सद अग्रवाल समाज के लोगों को एक दुसरे से परिचय करवाना है और अगर ये कार्यक्रम सफल होता है तो पूजा ये कार्यक्रम हर साल करना चाहती हैं।
संस्था के बारे में बताते हुए पूजा ने साफ किया की संस्था के कार्य में सालाना 20 लाख का खर्च आता है। जिसमें से 10 से 12 लाख रुपये संस्था द्वारा ही पूरे हो जाते हैं। जबकि 8 से 10 लाख का खर्च वह व्यक्तिगत खर्च करते हैं। लेकिन इस मंच के माध्यम से पुजा ने उपस्थित लोगों से संस्था का साथ देने की अपील की और सभी से पत्रिका के लिये कम से कम 2 एड दिलाने प्रस्ताव रखा। जिसके बाद उन्हें उपस्थित लोगों में कई लोगों का खुले तौर पर साथ मिला। जिसमें गोल्डन बैल स्कूल के चैयरमेन डॉ संजीव गुप्ता ने उन्हें संस्था के लिये परमानेन्ट ऑफिस अपने स्कूल की नई ब्रांच में देने का वादा किया ।