एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी में आज सफाई कर्मचारियों ने 200 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों के निकाले जाने पर एपीएमसी के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। सफाई कर्मियों का कहना है कि हमने कोरोनावायरस जैसी महामारी में भी अपनी ड्यूटी पूरी इमानदारी से निभाई है और अपने परिवार को छोड़कर काम किया है। लेकिन अब अचानक से सफाई कर्मचारियों को निकाल दिया।
जिसके चलते वह सड़कों पर आ गए और कमाई का कोई जरिया नहीं बचा जैसी वजह से आज एपीएमसी कार्यालय के बाहर सफाई कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी करी। आजादपुर मंडी मैं पहले भी कई बार आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा है और एक बार फिर से अब सफाई कर्मचारियों के निकाले जाने के बाद आजादपुर मंडी प्रशासन पर मिलीभगत और भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं ।
दरअसल अप्रैल महीने से या नहीं कोरोनावायरस दौरान काम कर रहे 300 में से करीब 500 सफाई कर्मचारियों को आज अचानक ही नौकरी से निकाल दिया गया । सफाई कर्मियों ने कहा कि हम अस्थाई कर्मचारी हैं और 200 से ज्यादा है जब हमने कोरोनावायरस जैसी महामारी में भी काम किया है तो अब हमें क्यों हटाया जा रहा है। एक तरफ तो सरकार रोजगार देने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ हम जैसे लोगों को नौकरी से हटाया जा रहा है।
सफाई कर्मियों का दर्द यहीं पर खत्म नहीं हुआ उनका कहना है कि हमें पिछले 3 महीने से वेतन भी नहीं मिला है । जिसके कारण हमें अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करने मे दिक्कत आ रही है। सफाई कर्मियों ने एपीएमसी के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि एपीएमसी के अधिकारी हमारे मामले को एक दूसरे के ऊपर डाल रहे हैं ।
कोई अधिकारी कहता है कि हमने किसी को नहीं हटाया है तो कोई कहता है कि हमने सब को हटा दिया है । इस मामले की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है, सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि एपीएमसी अधिकारी अपने जानकारों को नौकरी पर लगा रहे हैं और जो लोग कोरोना का हाल में भी अपनी जान को जोखिम में डालकर काम कर रहे थे उन लोगों को हटाया जा रहा है।
एपीएमसी जो दिल्ली सरकार के अधीन आता है अब दिल्ली सरकार को भी इस मामले में दखल देने जी मांग की जा रही है जरूरत है कि इन सफाई कर्मचारियों के मामले पर दिल्ली सरकार संज्ञान ले और इनका जो अधिकार है वह इनको मिल सके। क्योंकि एक साथ इतने लोगों को नौकरी से निकाले जाने पर बेरोजगारी तो पहले की शादी साजन के परिवार के पालन-पोषण पर भी सवाल खड़े होंगे।