दिल्ली दर्पण टीवी
पैसों की कमी के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार को कोसने वाली एमसीडी भले ही अब आत्मनिर्भर बनने का दम भरने लगी है, जबकि दिल्ली में राज्य सरकार और नगर निगम में फंड का झगड़ा नया नहीं है। दक्षिण दिल्ली की एकला चलो की रणनीति क पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील बताई जा रही है।
दरअसल, दिल्ली के तीनों नगर निगमों में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम आर्थिक तौर पर सबसे मजबूत है। एसडीएमसी के पास आय का स्रोत अधिक तो है ही, पिछले दिनों इस निकाय ने कई सारे टैक्स को बढ़ाने का भी फैसला लिया है।
मेयर अनामिका के अनुसार प्रोफेशनल टैक्स में बढ़ोतरी के साथ ही कई मामलों में प्रॉपर्टी टैक्स भी बढ़ा दिया गय है। आने वाले समय में विज्ञापन से भी कमाई बढ़ाने की योजना है। कूड़े के जरिये भी बिजली बनाकर प्राइवेट बिजली कंपनियों को बेचने का प्लान बनाया जा रहा है। मेयर अनामिका द्वारा अपनाए गए तरीके से आत्मनिर्भरता की राह बनाने की कोशिश कितना रंग लाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
केजरीवाल सरकार से खींचतान का नया अध्याय लिखने की चाहे जितनी भी कोशिश की जाए इसमें फिलहाल निगम कर्मियों से लेकर आम नागरिक ही पीस रहे हैं। दिल्ली नगर निगम के चुनाव मार्च 2022 में होने हैं। तीनों एमसीडी पर पिछले 13 सालों से बीजेपी का कब्जा है। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्ली सरकार और एमसीडी के बीच तनातनी और बढ़ गई है। कई बार नगर निगम कर्मचारियों को सैलरी तक के लाले पड़ गए हैं। इस समय उसकी स्थिति और बढ़ गई है।