संजय सिंह, दिल्ली दर्पण टीवी
बादली -दिल्ली के आउटर नार्थ जिला पुलिस थाना क्षेत्र के समय पुर बदली थाने में पुलिस हिरासत में एक शख्स की संदिग्ध मौत ने पुलिस के हाथ पांव फुला दिए है। घटना रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र 20 साल से ह्त्या के मामले में सजा काट रहा था और कुछ दिन पहले ही पैरोल पर जेल से बाहर आया था। आउटर नार्थ जिला के ही स्वरूप नगर थाना पुलिस ने रेप के मामले में धर्मेंद्र नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया था। धर्मेंद्र को स्वरूप नगर से लेकर समय पुर बादली थाना के लॉकअप में रखा गया था। सुबह परिजनों को पुलिस ने बताया कि धर्मेंद्र ने लॉकअप में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
धर्मेंद्र के परिजन दावा कर रहे है की धर्मेंद्र बहुत सख्त दिल का आदमी था वह किसी भी हालत में आत्महत्या नहीं कर सकता। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा की लॉकअप में धर्मेंद्र ने कैसे कर ली। धर्मेंद्र के पास रस्सी कहाँ से आये ? मर्तक के परिजनों का आरोप है कि धर्मेंद्र के साथ लॉकअप में मारपीट हुयी है।इस घटना ने पुलिस महकमें में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस के आला अधिकारी फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे है।
परिजन धर्मद्र की मौत को आत्महत्या मानाने को तैयार नहीं है। वहीं स्थानीय थाना पुलिस इस आत्महत्या बता रही है। सूत्रों के अनुसार संभावना यह भी है की धर्मेंद्र पहले ही ह्त्या के आरोप में सजा काट रहा है। अब उस पर रेप का भी आरोप है। इसी आरोप में उसे हिरासत में लिया गया था। धर्मेंद्र को शायद लग रहा था की इस आरोप के बाद उसकी जिनगी नर्क जैसे हो जाएगी। शायद यही वजह रही की उसने थाने में है फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
धर्मेंद्र ने बेशक आत्महत्या कर ली हो लेकिन सवाल पुलिस पर भी खड़े होते है। पुलिस के पास इस बात का कोई जबाब नहीं है कि डीसीपी ऑफिस के ठीक नीचे थाना परिसर में कैसे कोइ आत्महत्या कर सकता है। धर्मेंद्र के पास रस्सी कहाँ से आई। फौरी तौर पर डीसीपी गौरव गौरव शर्मा ने थाना के तीन लोगों पर करवाई की है। बाकी पोस्ट मार्टम के रिपोर्ट आने पर ही साफ़ होगा की धर्मेंद्र की मौत आत्महत्या है या कोइ साजिश ?