संजय सिंह, संवाददाता
आज़ादपुर, दिल्ली|| एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी में बने किसान भवन को लेकर बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला कुछ दिन पहले ही दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने किसान भवन को खुलवाने की मांग की थी लेकिन दिल्ली सरकार ने इस पर गौर नहीं किया और आज किसान भवन को खुलवाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी किसान भवन के सामने धरना प्रदर्शन कर रही है आपको बता दें कि किसान भवन पिछले 3 साल से बंद पड़ा है जिसको अभी तक खुला नहीं गया है।
आजादपुर मंडी के किसान भवन के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं भाजपा के जिला अध्यक्ष राजकुमार भाटिया ने बताया कि आजादपुर मंडी दिल्ली की सबसे बड़ी मंडी है और दूर-दूर से यहां किसान अपना माल बेचने के लिए आते हैं और आजादपुर मंडी के बाहर बने निजी होटलों में उन्हें शरण लेनी पड़ती है जिसका किराया 800 से 1000 रुपए पड़ता है इस किसान भवन को इसीलिए खोला गया था ताकि दिल्ली में जो दूसरे राज्यों के किसान आते हैं वह अपना माल बेच सकें और इस किसान भवन में आराम कर सकें जब इस किसान भवन को खोला गया तो यहां थ्री स्टार फैसिलिटी की घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक यहां कुछ भी कार्य संपन्न नहीं हो पाया है।
केजरीवाल सरकार किसानों के मुद्दे पर मूकदर्शक बनकर देखती रहती है राजकुमार भाटिया ने कहा कि हम यह भी देखेंगे कि पिछले 3 साल से बंद पड़े इस किसान भवन को अब तक चालू क्यों नहीं किया गया है बाहर से जो किसान यहां अपना माल बेचने के लिए आता है उसको कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है आम आदमी पार्टी द्वारा संचालित आजादपुर मंडी में यह सब हो रहा है जहां किसानों की बात तो की जाती है लेकिन उस पर अमल नहीं किया जाता।
भाजपा किसान मोर्चा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विनोद शेरावत ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों मिलकर किसानों को भ्रमित कर रही है असल में यह किसानों के हितेषी नहीं है आगे विनोद शेरावत ने कहा कि देश को तो आजादी मिली लेकिन कांग्रेस के रहते किसान को आजादी नहीं मिल पाई किसान को आजादी साल 2020 में मिली और एक गरीब व्यक्ति जो कि आज प्रधानमंत्री बना उसने किसानों की पीड़ा को समझा और किसान बिल को लागू किया अब जब भाजपा इन सभी मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही है तो आम आदमी पार्टी और कांग्रेस इसमे में अड़ंगा बने हुए हैं।
आखिर क्या कारण है कि इस किसान भवन को सुविधाएं होने के बावजूद उसको चालू नहीं किया गया है दिल्ली के बाहर का किसान जो आजादपुर मंडी में अपना माल बेचने के लिए आता है उसको बाहर के होटलों में रहना पड़ता है इतना तो उसका मुनाफा भी नहीं होता जितना वह होटल और खाने में खर्च कर देता है।
दिल्ली सरकार को चाहिए कि इस किसान भवन को खोल दिल्ली के बाहर से आने वाले किसानों को दिल्ली में अपना माल बेचने के लिए आते हैं उनको राहत दे ताकि वह किसान जो होटल मैं अपना मुनाफा खर्च कर रहे हैं उस को बचाया जा सके। अगर जल्दी ही दिल्ली सरकार ऐसा नहीं करती है तो हम इस मामले को एक बड़े आंदोलन का भी रूप देंगे और देखेंगे कि क्या कारण रहे जो इस किसान भवन को अब तक किसानों की सुविधा के लिए चालू नहीं किया गया है।