काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली।। राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को जमकर लताड़ लगाते हुई कहा था कि वह कोरोना को रोकने के लिए क्या-क्या कर रही है? इसका विस्तृत ब्योरा मांगते हुए कोर्ट ने कहा था कि वह जानना चाहती है कि सरकार स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए क्या-क्या कर रही है? उसे कैसे संभाल रही है? पिछली सुनवाई में तो कोर्ट ने दिल्ली सरकार से ये तक कह दिया था कि, ‘मरने वालों के परिजनों को क्या जवाब देंगे?’
इस संदर्भ में केजरीवाल सरकार ने सख्ती बरतते हुए मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्मान चार गुना बढ़कर 2000 रुपये कर दिया। शादियों और दूसरे कार्यक्रमों के आयोजनों की संख्या सीमित कर 50 कर दिया। साथ ही बड़े सार्वजनिक और साप्ताहिक बाजार को बंद किए जाने की बात भी उठी थी। बावजूद इसके लोगों की लापरवाहियों में कोई कमी देखने को नहीं मिली। जिसकी वजह से लिखे जाने तक दिल्ली में कोरोना के लगभग 10 लाख तक मामले दर्ज हो गए। महामारी के शुरुआती दौर में भी कोरोना का इतना कहर देखने को नहीं मिला था, जितना दीपावली के बाद पिछले हप्ते में देखने को मिली। बताते हैं कि इस वजह से सरकार रात का कर्फ्यू लगाने पर विचार कर रही है ।
आपको बता दें कि सरकार ज्यादा भीड़ – भाड़ वाले इलाकों और बाज़ारों को बंद करने के बारे में विचार कर रही है । ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार राजधानी में बढ़ते मामलों में कमी नहीं आई तो नाईट कर्फयू लगा सकती है। इसे एक मिनी लॉकडाउन की तरह देखा जा रहा है।