जगदीश पंवार, संवाददाता
नई दिल्ली।। दिल्ली में जब तक कोरोना महामारी की दवा नहीं आ जाती तब तक यहां के स्कूल नहीं खुलेंगे। इस बात का ऐलान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने किया है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब तक देश में कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी स्कूल बंद रहेंगे। भारत में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले इस समय दिल्ली में आ रहे हैं। ऐसे में दिल्ली में स्कूलों को फिर से खोलना मुमकिन नहीं है। 16 मार्च 2020 से दिल्ली के सभी स्कूल कॉलेज बंद है।
सिसोदिया ने कहा कि राजधानी के स्कूल, जो कोरोनो वायरस महामारी के कारण बंद हैं। जब तक टीका उपलब्ध नहीं होगा, तब तक फिर से खुलने की संभावना नहीं है। अगले आदेश तक स्कूल बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम माता.पिता से प्रतिक्रिया प्राप्त करते रहते हैं कि वे वास्तव में इस बात से चिंतित हैं कि क्या यह स्कूलों को फिर से खोलने के लिए सुरक्षित है या नहीं।
जहां कहीं भी स्कूल फिर से खुल गए हैं, वहां बच्चों के बीच कोरोना के मामले बढ़ गए हैं। इसलिए हमने फैसला किया है कि अब राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल फिर से नहीं खुलेंगे। सिसोदिया ने कहा था कि वे अगले आदेश तक बंद रहेंगे। कई राज्यों में खुले स्कूल 25 मार्च को देशव्यापी तालाबंदी की गई थी। विभिन्न अनलॉक चरणों में कई प्रतिबंधों में ढील दी गई है लेकिन शिक्षण संस्थान बंद रहते हैं।
अनलॉक दिशानिर्देशों के अनुसार राज्य चरणों में स्कूलों को फिर से खोलने पर एक कॉल कर सकते हैं। मालूम हो कि कई राज्यों ने स्कूलों को फिर से खोलने की प्रक्रिया भी शुरू की लेकिन उनमें से कुछ ने कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि के कारण फिर से बंद होने की घोषणा की। इससे पहले स्कूलों को कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को स्वैच्छिक आधार पर 21 सितंबर से स्कूल में बुलाने की अनुमति दी गई थी। हालांकि दिल्ली सरकार ने इसके खिलाफ फैसला किया था।