संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली।। शुक्रवार, 4 दिसम्बर 2020, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में 49 वें भारतीय नौसेना दिवस व कोरोना में होम्योपैथी कारगर विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन गूगल मीट पर किया गया। यह कॅरोना काल में 129 वा वेबनार था ।होम्योपैथी चिकित्सक डॉ प्रमोद पाल (जयपुर) ने कहा कि होम्योपैथी एक महत्वपूर्ण चिकित्सा पद्धति है।
होम्योपैथिक दवाइयाँ किसी भी स्थिति या बीमारी के इलाज के लिए प्रभावी हैं,बड़े पैमाने पर किए गए अध्ययनों में होमियोपैथी को अधिक प्रभावी पाया गया है। होम्योपैथी चिकित्सा में व्यक्ति को पूर्णरूप से स्वस्थ करने की शक्ति है।एलोपैथी रोगों को दबाकर तुरंत राहत देती है लेकिन होम्योपैथी समस्या को समझ कर उसकी जड़ को समाप्त करती है।
होम्योपैथी में किसी भी रोग के उपचार के बाद भी यदि मरीज ठीक नहीं होता है तो इसकी वजह रोग का मुख्य कारण सामने न आना भी हो सकता है।उन्होंने ब्रोमियम, क्लोरम, ओजोनम, ब्रायोनिआ, जेल्सेमियम, आर्सेनिक आदि, दवाइयों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये चिकित्सा पद्धति टोटेलिटी ऑफ़ सिम्पटम्स के आधार पर दी जाती हैं l उन्होंने कहा कि व्यक्ति का नहीं अपितु रोग के कारणों का निदान करती है होम्योपैथी ।