-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। आम आदमी पार्टी अगले दो सालों में छह राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में पुरे दम-खम के साथ चुनाव लड़ेगी।आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज आम आदमी पार्टी की 9वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
दिल्ली के उपमुख्य मंत्री मनीष सिसोदिया ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज केजरीवाल सरकार मॉडल की पुरे देश में प्रशंसा हो रही है और लोग उम्मीद भरी नज़रों से देख रहे है । देश के अलग अलग राज्यों के लोग जब दिल्ली से अपने गावं जाते है और अपने लोगों को दिल्ली सरकार के कामों को बताते है। यह सुनकर लोग भी चाहतें है कि दिल्ली की तरह ही सभी राज्य की जनता को 24 घंटे फ्री बिजली व पानी,अच्छे स्कूल और अस्पताल चाहिए। लोगों की भावना और देश में 21वीं व 22वीं सदी के भारत का विजन को देखते हुए यह निर्णय लिया है।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने 26 जनवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन की हिंसा का जिक्र करते हुए कहा की यह किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिस है। अभी किसानों की मांगे पूरी नहीं हुयी है। आम आदमी पार्टी इस पक्ष में है की किसानों की मांगे माने जाएं और तीनो बिल वापस होने चाहिए। मनीष सिसोदिया ने कहा कि कुछ व्यवहारिक दिक्कतों को देखते हुए आम आदमी पार्टी के संविधान में भी कुछ संशोधन किये गये है। इनमें पार्टी में अनुशासन पर ध्यान दिया गया है। किसी भी तरह के मतभेदों पर अपनी बात केवल पार्टी के मंच पर ही रखना होगा। पार्टी में राज्य ईकाईयों को भी कुछ अधिकार दिए गए है।
मनीष सिसोदिया ने कहा की पार्टी में एक ही परिवार से एक ही व्यक्ति चुनाव लड़ सकेगा। लेकिन यह व्यवस्था पार्टी से जुड़ने वाले नए लोगों पर लागू नहीं होगी। जिस परिवार में एक से ज्यादा सदस्य राजनीती में है वे चुनाव लड़ सकतें है। देश के लोग आम आदमी पार्टी को पसंद करते हैं, क्योंकि जो काम यह पार्टियां 70 साल में नहीं कर पाईं, वो काम आम आदमी पार्टी ने 5 साल के अंदर दिल्ली के अंदर करके दिखा दिया। मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश को आज केजरीवाल मॉडल की जरूरत है।