काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली। कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस ने 15 जनवरी को दिल्ली में रैली निकाली जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल थीं। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने किसान अधिकार दिवस मनाया। जिसके साथ साथ रैली के माध्यम से वह मोदी सरकार से काले कानूनों को रद्द करने की मांग भी कर रहे हैं।
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि इस देश को आज़ादी अंबानी अडानी नहीं बल्कि किसानों की वजह से मिली थी तो सरकार व्यापारियों का पेट भरने के लिए किसानों को क्यों नुकसान पहुँचा रही है। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा से यह दावा करती आई है कि यह कानून किसानों की सुविधा के लिए बनाया गया है लेकिन हकीकत कुछ और ही है।
कृषि कानून को लेकर किसान पिछले 51 दिन से आंदोलन कर रहे हैं और लगातार कानून को वापस लेने की मांग सरकार से कर रहे है। जिसके लिए कई बार किसानों और सरकार में बातचीत हो चुकी हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पा रहा था। बॉर्डर पर रह रहे कई किसानों ने ठंड की वजह से अपनी जान गंवा दी थीं। जिसको देखते हुए उच्च न्यायालय ने 12 जनवरी को कानून पर रोक लगा दी थी। लेकिन किसान इसके बाद भी कानून वापस लेने की मांग पर डटे हुए हैं।