काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली।। दिल्ली कैंप के राजन बाबू अस्पताल में कर्मचारी और डॉक्टर ने वेतन को लेकर हड़ताल की। अस्पताल के कर्मचारियो ने बताया कि वेतन ना मिलने से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से वह अपने बच्चों की पढ़ाई और घर के खर्चों को भी पूरा नहीं कर पा रहे है। हालातों को देखते हुए उन्होंने दिल्ली सरकार और एमसीडी पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियों की सियासी जंग में कर्मचारी पिसने पर मजबूर हैं।
एमसीडी के कर्मचारी लगातार अपने वेतन को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि करीब 6 महीनों से उनका वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से उन्हें कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। आपको बता दें कि अपनी मांगों को लेकर एमसीडी के कर्मचारी और डॉक्टर 7 जनवरी 2021 से धरने पर हैं।
कड़ाके की ठंड में हड़ताल करने पर विवश हो चुके कर्मचारियों ने साफ तौर पर कहा है कि अगर उन्हें वेतन नहीं मिलता है तो वह काम नहीं करेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं गुस्साए कर्मचारियों ने केजरीवाल और एमसीडी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। अब इन हालातों को देखते हुए यह कहना बेहद मुश्किल है कि यह सरकार की लापरवाही है या बेबसी।
कोरोना काल में इन्हीं डॉक्टर और कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर बना के देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सामने पेश किया गया था। लेकिन उस समय आखिर किसे पता था कि उसका खामियाज़ा इन वारियर्स को इस तरह से भुगतना पड़ेगा।