काव्या बजाज
नई दिल्ली। किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि 9वें दौर की बैठक में सरकार से बात ना बनने पर आंदोलन कर रहे किसानों को थकाने और परेशान करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन वह अपनी इस मंशा में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। दरअसल आंदोलन का समर्थन कर रहे लोगों में से 40 लोगों को एनआईए ने पूछताछ के लिए बुलाया था। आपको बता दें कि एनआईए भारत की आतंकवाद रोधी एजेंसी है। जिसके पास आतंकवाद संबंधित अपराधों से निपटने का अधिकार है।
उधर किसानों के साथ वार्ता का कोई परिणाम ना निकलने पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंघ तोमर ने आंदोलन का समर्थन कर रहे लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें 9वें दौर की बैठक से काफी उम्मीदें थी जो किसानों के अड़ियल रुख की वजह से बिखर गई। अगली बैठक से पहले उन्होंने कहा कि किसानों को अगर कृषि कानून पर वार्ता के लिए आना है तो वह अपना अड़ियल मिज़ाज छोड़ कर उनसे बातचीत कर सकते हैं।
मालूम हो कि कृषि कानून के विरोध में लगातार 54वें दिन भी किसानों का आंदोलन जारी है। जहां किसान कानून वापस लेने की मांग पर डटें हैं तो वहीं सरकार ने भी कानूनों को निरस्त करने पर कोई सहमति नहीं जताई है, जिसकी वजह से कानूनों पर 9वें दौर की बैठक भी बेनतीजा ही रही थी।