शिवानी मोरवाल, संवाददाता
नई दिल्ली। वेतन और पेंशन की मांग को लेकर एक बार फिर दिल्ली नगर निगमों के कर्मचारियों की 7 जनवरी से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल का सबसे बुरा असर उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
खास तौर से सफाईकर्मियों के काम पर नहीं आने से दिल्ली का बड़ा हिस्सा कूड़ा-कूड़ा हो गया है। जब हमने दिल्ली की जनता से पूछा कि दिल्ली को कूड़े वाली दिल्ली बनाने का जिम्मेदार वो किसे मानती है, तब उन्होंने अपनी बातें काफी स्पष्टत तौर पर रखते हुए भाजपा और आप दोनों को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार कर्मचारियों की वजह से गंदगी नहीं फैली है, बल्कि दोनों पार्टियों के बीच चल रही राजनीति की वजह से हुई है। लोगों ने बताया कि जिस दिन पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का मसला सुलझ जायेगा उस दिन सब ठीक हो जायेगा।
जब इस कड़ी में लोगों से पूछा गया कि वे किस राजनीतिक पार्टी को जिम्मेदार मानते हैं, तो उनका कहना था कि इस कूड़े वाली दिल्ली को बनाने में दिल्ली सरकार ही जिम्मेदार है। जब दिल्ली में इतना कूड़ा हो गया है तो दिल्ली सरकार को इस पर कुछ फैसला लेना चाहिए। क्योंकि पता नहीं कब कर्मचारियों को वेतन मिलेगा और वे सभी काम पर वापस कब लोटेंगे?