डिम्पल भारद्वाज
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के लिए भाजपा द्वारा 12 फरवरी को पारित बजट को आप के नेता विकास गोयल ने निराशाजनक और वास्तविकता से परे बताया। नेता विपक्ष ने कहा कि नेता सदन ने दिल्ली की जनता के लिए विकास की कोई भी नई योजना शुरू करने की घोषणा नहीं की है। उन्होंने कर्मचारियों को कई महीनों का बकाया वेतन देने तथा उसके स्थाई इंतज़ाम की भी कोई व्यवस्था नहीं की है। नेता सदन ने वर्ष 2006 तक नियुक्त सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित करने की घोषणा की है, जबकि इन्हें नियमित करने के आदेश पहले भी निगम में जारी हो चुके हैं, परंतु इन्हें अभी तक लागू नहीं किया गया। इसी प्रकार वर्ष 1996 से 1998 तक के लेफ्ट आउट कर्मचारियों को नियमित करने की पिछले वर्ष की गई घोषणा को दोहराया गया है।
विकास गोयल ने सत्तारुढ़ भाजपा पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि बजट में डी.वी.सी. कर्मचारियों को नियमित करने की ज़िम्मेदारी दिल्ली सरकार पर डाल दी गई है, जबकि यह निगम की ज़िम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नेता सदन ने विपक्ष के सभी सुझावों को दरकिनार करते हुए भाजपा की तानाशाही प्रवृत्ति को दोहराया है। नेता सदन ने बताया कि भाजपा ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की तरफ बकाया 2478 करोड़ रुपए, विज्ञापन व पार्किंग ठेकेदारों से बकाया, डीडीए इत्यादि सरकारी संपत्तियों से बकाया कर की वसूली तथा निगम की अपनी संपत्तियों से किराए की वसूली की कोई योजना प्रस्तुत नहीं की है।
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गोयल ने कहा है कि महापौर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते विपक्ष की मांग के बावजूद उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा नहीं दिया और अनैतिकता की सभी सीमाएं लांघते हुए बजट के सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की, जिसका आम आदमी पार्टी विरोध करती है।