काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली। किसान आंदोलन को दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। सभी किसान बॉर्डर पर डेरा जमाए बैठे हैं जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतें भी झेलनी पड़ रही है। किसान और सरकार दोनों ही अड़े हुए हैं। उनके बीच कोई सहमति की बातचीत बनती नहीं दिख रही है। इसी बीच किसानों ने ऐलान किया है और कहा है कि वे 2 अक्टूबर तक आंदोलन करेंगे।
किसानों के निश्चय को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कह कि किसानों के गांधी जयंती तक आंदोलन के निश्चय से यह साफ दिखाई दे रहा है कि उन्हें सरकार से कितनी कम उम्मीदें हैं। वह काफी समय से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। अपने घर परिवार को छोड़ कर बॉर्डर पर बैठे हैं, लेकिन सरकार को उनकी तकलीफे दिख नहीं रही। या यूँ कहे की सरकार उनकी तकलीफ को देखना नहीं चाहती।
उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार को अहंकार छोड़ कर किसानों की तकलीफ को समझना चाहिए और तीनों काले कानून वापस लेने चाहिए। जिससे किसान अपने घर लौट सकें। ताकि किसान और दिल्ली की जनता दोनों को ही कोई तकलीफ नहीं हो। इससे पहले उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि सरकार के ये तीनों कानून न सिर्फ किसान, बल्कि पूरे देश के लिए काफी हानिकारक हैं।