काव्या बजाज, संवाददाता
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मार्च को वैक्सीन का पहला डोज़ लिया है। राजधानी दिल्ली के एम्स में वैक्सीन लेने के बाद उन्होंने सभी लोगों से अपील की और कहा कि अगर वह भी वैक्सीन लेने के योग्य हैं तो वह जरूर वैक्सीन लगवाए और कोरोना को हराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। जो महामारी का खत्म करने के लिए बेहद जरूरी है।
वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद से ही काफी लोग और नेता वैक्सीन के विरुद्ध आवाज़ उठा रहे थे। और कह रहे थे कि ट्रायल खत्म होने से पहले वैक्सीन को मंज़ूरी कैसे दी जा सकती है। यह लोगों के साथ खिलवाड़ करना होगा और इससे लोगों की जान को भी खतरा हो सकता है। तो वहीं कुछ लोगों ने तो वैक्सीन को भाजपा वैक्सीन ही करार कर दिया था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम ने सभी लोगों बिना कुछ कहे जवाब दे दिया है।
भारत में आज यानी एक मार्च से कोविड वैक्सीन के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। जिसमें 45 और उससे अधिक उम्र के लोग वैक्सीन की डोज ले सकते हैं। पहले चरण की शुरुआत 16 फरवरी से की गई थी। जिसमें हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने की अनुमति दी गई थी।