संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली।। कोविड वैक्सिनेशन प्रोग्राम के तहत प्राइवेट अस्पतालों को सरकार से वैक्सीन खरीदनी होगी। अभी तक इन अस्पतालों को सरकार की तरफ से वैक्सीन फ्री में उपलब्ध कराई जा रही थी, लेकिन अब हर डोज की कीमत 150 रुपये होगी और इसके आधार पर अस्पताल को वैक्सीन खरीदनी होगी।
अस्पतालों को एडवांस में पेमेंट करनी होगी, उसके बाद सरकार की तरफ से वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जाएगी। यानि वैक्सिनेशन प्रोग्राम पूरी तरह से सरकार के कंट्रोल में होगा। प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सिनेशन बनाने वाली कंपनी के बजाए सरकार के जरिए वैक्सीन खरीदनी होगी।
एक डॉक्टर ने बताया कि अब अगर वैक्सीन की डोज बर्बाद होती है तो यह बर्बादी अस्पताल की होगी। इसलिए वॉइल खोलने से पहले यह देखना होगा कि उतने वॉलंटियर हैं या नहीं। डॉक्टर ने कहा कि एक वॉइल में अगर 10 डोज हैं और हमारे पास 5 या 6 लोग ही हैं जो वैक्सीन कराने आए हैं, ऐसे में बाकी डोज बर्बाद होने का डर है। अगर यह बर्बाद हुई तो हर डोज यानी 150 रुपये का नुकसान होगा। इसलिए, अब प्राइवेट अस्पताल जब तक जरूरी वॉलंटियर्स नहीं पहुंच जाएंगे तब तक वॉइल खोलने से बचेंगे, क्योंकि एक वॉइल खुलने के बाद 4 से 5 घंटे तक की इफेक्टिव रहती है। इसके बाद यह खराब हो जाती है।