शिवानी मोरवाल, संवाददाता
नई दिल्ली।। दिल्ली की सीमाओं पर डटें किसानों का कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। आपको बता दें कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली की सीमाओं को ही अपना घर मानकर त्यौहारों को भी बड़ी धूम-धाम से मानना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में सीमाओं पर सोमवार को होली और ‘होला मोहल्ला’ भी मनाया गया।
किसान सिंघू, टिकरी और गाज़ीपुर बॉर्डरों पर पिछले साल नवंबर के अंत से केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है। इस कड़ी में उन्हौने होली का त्योहार सांस्कृतिक कार्यक्रम और एक नाटक ‘उथन डा वेला’ के जरिए मनाया। आपकों बता दें कि किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बातचीत में कहा कि हमने सभी प्रदर्शन स्थलों पर होली मनाई। सिखों ने भी होला मोहल्ला उत्सव मनाया। और साथ ही इस दिन हरियाणा के नजदीकी गांवों से महिलाएं प्रदर्शन स्थलों पर आईं और प्रदर्शनकारियों को कपड़े की चाबुक से मारकर पारंपरिक तरीके से होली खेली।
आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान में कहा कि किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान केंद्र के नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाईं। पर अब देखने वाली बात ये होगी की किसानों का ये विरोध कब तक चलता है।